Ishan Kishan Controversy : क्या बिना अपील के भी बल्लेबाज हो सकता है आउट? इशान किशन को बाहर जाने से रोक सकते थे अंपायर्स, जानें ये बड़ा नियम

इशान किशन बीती रात मुंबई इंडियंस के सामने आउट नहीं थे लेकिन वह क्रीज छोड़कर जाने लगे तो अंपायर ने उनपर भरोसा करके आउट दे दिया.

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मुंबई के खिलाफ इशान किशन

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इशान किशन विवाद का नियाम

इशान किशन के मामले में क्या अंपायर से भी हुई गलती ?

आईपीएल 2025 सीजन के बीच विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. इशान किशन बीती रात मुंबई इंडियंस के सामने आउट नहीं थे लेकिन वह क्रीज छोड़कर जाने लगे तो अंपायर ने उनपर भरोसा करके आउट दे दिया. इसके बाद से इशान किशन का आउट होना चर्चा  का विषय बना हुआ है. जिस पर अब आईसीसी और एमसीसी का क्रिकेट नियम क्या कहता है, चलिए जानते हैं पूरी डिटेल.


इशान किशन बिना आउट हुए लौटे पवेलियन 

दरअसल, हैदराबाद के लिए ट्रेविस हेड बिना खाता खोले जा चुके थे. इसके बाद नंबर तीन पर खेलने वाले इशान किशन के सामने पारी के तीसरे ओवर में दीपक चाहर गेंदबाजी करने आए. दीपाक ने पहली गेंद लेग साइड में फेंकी और विकेटकीपर ने उसे आसानी से कलेक्ट किया. इस दौरान गेंद इशान के बल्ले से काफी करीब होकर गुजरी तो वह क्रीज छोड़कर पवेलियन जाने लगे. इस पर अंपायर वाइड देने जा रहे थे और मुंबई के किसी खिलाड़ी ने अपील भी नहीं की थी. मगर इशान को जाता देख मुंबई के खिलाड़ियों ने आउट होने की साधारण अपील की, जिसके बाद मैदानी अंपायर ने इशान को जाता देख आउट दे दिया. 


क्या बिना अपील के आउट हो सकता था अंपायर ?


अब इशान के मामले में सवाल खड़ा होता है कि क्या बिना अपील के अंपायर आउट दे सकते हैं. इसका जवाब है कि नहीं, बिना अपील के अंपायर आउट नहीं दे सकते. क्रिकेट की कानूनी किताब को एमसीसी ने बनाया और उसमें 42 लॉ दर्ज हैं.  जिसमें 31.1 में लिखा है कि अंपायर बिना किसी अपील के किसी भी खिलाड़ी को आउट करार नहीं दे सकता. जबकि इसकी समय सीमा गेंदबाज द्वारा दूसरे गेंद के लिए रनअप तक जाने की रहती है. 


इशान किशन को रोक सकता था अंपायर ?


वहीं अंपायर चाहते तो इशान किशन को रोक भी सकते थे. क्रिकेट के नियमानुसार 31.7 में लिखा है कि अगर किसी बल्लेबाज को लगता है कि वो आउट हो गया है और पवेलियन जाने लगता है, जबकि अंपायर कन्फ्यूज है तो इस स्थिति में अंपायर बल्लेबाज को रोक सकता है. जबकि रिव्यू कराने पर अगर बल्लेबाज नॉट आउट होता है तो उसे रोककर गेंद को डेड बॉल करार दे दिया जाता है. लेकिन बल्लेबाज के इशान किशन की तरह पवेलियन जाने पर अगर अंपायर भी मन में सहमत हैं कि वो आउट है तो फिर अंपायर अंगुली उठाकर उनको आउट करार दे सकता है. यही कारण है कि इशान किशन को अगर अंपायर चाहता तो मैदान में रोक सकता था और फिर चेक भी कर सकता था. लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया. 

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