आईपीएल 2025 में शुरुआती तीन मैचों के लिए राजस्थान रॉयल्स के कप्तान बने रियान पराग ने इस पर चुप्पी तोड़ते हुए बताया कि क्या सीनियर्स प्लेयर्स की मौजूदगी में उन्हें कप्तानी करने में परेशानी हुई. दरअसल उंगली की चोट से पूरी तरह से फिट ना होने के कारण सैमसन बतौर बल्लेबाज ही खेल रहे हैं और उनकी जगह तीन मैचों के लिए पराग को टीम की कमान सौंपी गई, मगर उनकी अगुआई में राजस्थान को अपने पहले मैच में सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों 44 रन से हार का सामना करना पड़ा था.
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पराग के पास कप्तान के तौर पर अपनी छाप छोड़ने के दो और मौके हैं, जिनमें से एक बुधवार को कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ है. पराग ने कहा कि सीनियर्स की मौजूदगी में उन्हें कप्तान के तौर पर किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा-
बिलकुल नहीं. मुझे लगता है कि यहां हर कोई पेशेवर है. हर कोई जानता है कि नया लीडर आने पर क्या करना है. संजू [सैमसन] भाई वाकई मददगार रहे हैं और राहुल द्रविड़ भी बहुत मददगार रहे हैं. इसलिए मुझे टीम को इकट्ठा करने या किसी को एक ही लाइन में लाने में कोई परेशानी नहीं हुई.
हैदराबाद के रॉयल्स 287 रन के बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए पिछड़ गई थी, लेकिन पराग इस बात से खुश हैं कि सैमसन, ध्रुव जुरेल, शिमरोन हेटमायर और शुभम दुबे सहित उनका मिडिल ऑर्डर अच्छी फॉर्म में दिखा. उन्होंने कहा-
मुझे लगता है कि मिडिल ऑर्डर हमेशा किसी भी बैटिंग लाइनअप की रीढ़ होता है. जिस तरह से उन्होंने कदम बढ़ाया, जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की, चाहे आखिर में रिजल्ट कुछ भी हो, मुझे लगता है कि यह एक बड़ा प्लस पॉइंट है, क्योंकि हम सीजन के हर मैच में 280 रन नहीं देने जा रहे हैं. 180, 140, 150 के मैच होने जा रहे हैं और यहीं पर हमें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत होगी.
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