सीरीज खत्म होने के बाद विराट कोहली का बड़ा बयान, कहा- पिछले 2-3 सालों से मैंने ऐसा नहीं खेला, रांची को लेकर ये क्या कह दिया

भारत ने साउथ अफ्रीका को वनडे सीरीज में 2-1 से मात दी. जायसवाल ने शतक ठोका. वहीं कोहली ने 65 और रोहित ने 75 बनाए. विराट ने अंत में कहा कि, खुद पर कभी कभी शक होता है लेकिन मैंने पिछले 2-3 सालों से ऐसा नहीं खेला था.

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फील्डिंग के दौरान विराट कोहली

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भारत ने वनडे सीरीज जीत ली है

विराट कोहली ने कहा कि मेरे लिए ये सीरीज शानदार रही

भारत ने साउथ अफ्रीका को आखिरी और तीसरे वनडे मुकाबले में 9 विकेट से हरा दिया. जीत के हीरो शतकवीर यशस्वी जायसवाल रहे जिन्होंने नाबाद 116 रन ठोके. जायसवाल के अलावा रोहित शर्मा और विराट कोहली ने भी कमाल किया. दोनों ने इस सीरीज में अपनी बैटिंग से दिखा दिया कि दोनों साल 2027 का वनडे वर्ल्ड कप खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.

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क्या बोले विराट कोहली?

भारत को सीरीज जीत दिलाने के बाद विराट कोहली ने बड़ा बयान दिया है और कहा कि, ईमानदारी से कहूं तो इस सीरीज में जिस तरह मैंने खेला है, वही मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी है. मेरे दिमाग में अब एक तरह की आजादी महसूस होती है. मैंने पिछले 2-3 सालों में इस तरह बल्लेबाजी नहीं की थी. मुझे पता है कि जब मैं इस अंदाज में बीच में खेलता हूं, तो टीम को बड़ा फायदा मिलता है. इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ता है और मैं किसी भी स्थिति में खुद को संभाल सकता हूं और मैच टीम के पक्ष में ला सकता हूं.

खुद पर होता है शक: कोहली

विराट कोहली ने आगे कहा कि, जब आप 15-16 साल तक खेलते हैं, तो कभी-कभी खुद पर शक भी होता है. खासकर एक बल्लेबाज के रूप में, क्योंकि एक गलती आपको आउट कर सकती है. लेकिन ये सफर खुद को बेहतर बनाने का है और इसी दौरान इंसान के रूप में भी सुधार आता है. इससे स्वभाव और सोच दोनों में बदलाव आता है. मुझे खुशी है कि मैं अब भी टीम के लिए योगदान दे पा रहा हूं. जब मैं खुलकर खेलता हूं, तो मुझे पता है कि मैं बड़े शॉट भी लगा सकता हूं. हमेशा कुछ नया सीखने और अपनी क्षमता को और बेहतर बनाने की गुंजाइश रहती है.

रांची मेरे लिए था खास: कोहली

कोहली ने यहां रांची का भी जिक्र किया और कहा कि, पहला मैच रांची में मेरे लिए बेहद खास था, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के बाद मैंने कोई मैच नहीं खेला था. उस दिन एक अलग ऊर्जा महसूस हुई. ये तीन मैच मेरे लिए बहुत खास रहे और मैं इसके लिए आभारी हूं. हम हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं. जब सीरीज 1-1 होती है, तो टीम के लिए कुछ खास करना होता है. इसी सोच के साथ हम इतने साल खेलते आए हैं. बस खुशी है कि हम दोनों इतने समय से टीम के लिए ऐसा करते आ रहे हैं.

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