राजस्थान रॉयल्स के साथ संजू सैमसन का सफर खत्म हो चुका है. संजू अब चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा बन चुके हैं. ट्रेड के जरिए ये डील हुआ है. वहीं चेन्नई की तरफ से रवींद्र जडेजा और सैम करन राजस्थान आ रहे हैं. सैमसन की डील उस वक्त ऑफिशियल हुई जब सभी 10 फ्रेंचाइजियों ने अपनी रिटेन और रिलीज लिस्ट जारी कर दी. लेकिन अब राजस्थान रॉयल्स के मालिक मनोज बडाले ने आखिरकार ये साफ कर दिया है कि संजू सैमसन ने टीम का साथ क्यों छोड़ा.
ADVERTISEMENT
सरफराज खान का धांसू ऐलान, बोले- मैंने दबा के रन बनाए हैं और कोई...
साल 2013 में राजस्थान का हिस्सा बने थे सैमसन
संजू सैमसन राजस्थान रॉयल्स के साथ पहली बार साल 2013 में जुड़े थे. साल 2015 तक वो टीम का हिस्सा थे. इसके बाद उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए कुछ सीजन खेला. विकेटकीपर बैटर की साल 2018 में फिर टीम के भीतर वापसी हुई और तब से साल 2025 तक वो राजस्थान का हिस्सा रहे.
बडाले ने एक वीडियो में कहा कि, कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ सीजन के आखिरी मैच में ही विकेटकीपर बैटर ने ये कह दिया था कि वो बदलाव को सोच रहे हैं. राजस्थान में रहते हुए वो फिजिकल और मानसिक तौर पर पूरी तरह तंग आ चुके थे.
राजस्थान के मालिक ने क्या कहा
बडाले ने कहा कि, संजू ने साफ कर दिया था कि वो टीम बदलना चाहते हैं. ऐसे में उनके इस फैसले के बाद हमने मीटिंग की. वो काफी ईमानदार शख्स हैं. लेकिन वो पर्नसली और इमोशनली बहुत ज्यादा थक चुके थे. मुझे लगता है कि वो काफी ज्यादा थक चुके थे.
बडाले ने आगे कहा कि, सैमसन ने राजस्थान रॉयल्स को अपना काफी समय दिया था. ऐसे में वो आईपीएल में अपना नया चैप्टर शुरू करना चाहते थे. ऐसे में जब उन्होंने हमसे गुजारिश की थी तब ही मुझे अलग महसूस हुआ था. वो काफी ईमानदार हैं और अगर वो कुछ कहते हैं तो इसका मतलब वो तैयार हैं. 14 सालों तक उन्होंने फ्रेंचाइज के लिए काफी कुछ किया है.
हमारी फ्रेंचाइज शांत और तैयार है
बता दें कि राहुल द्रविड़ भी फ्रेंचाइज का साथ छोड़ चुके हैं और सैमसन ने भी विदाई दे दी है. ऐसे में बडाले ने कहा कि, अंदर से आपको पता है कैसा महसूस होता है. लेकिन हम अभी भी टाइमलाइन और अपने प्रोसेस पर ध्यान दे रहे हैं. इसमें समय लगेगा. लेकिन यहां सबकुछ शांत है.
भारत क्या 124 रनों का पीछा कर जीत पाएगा कोलकाता टेस्ट, जानें क्या है रिकॉर्ड?
ADVERTISEMENT










