Duleep Trophy 2025: बीसीसीआई के नए नियम के तहत महाराष्ट्र का ये बल्लेबाज बना पहला सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट, जानें कौन हुआ चोटिल

बीसीसीआई के नए नियम यानी की इंजरी रिप्लेसमेंट नियम का इस्तेमाल दलीप ट्रॉफी में हुआ जहां सौरभ नवाले को हार्विक देसाई ने रिप्लेस किया.

Profile

SportsTak

अपडेट:

SportsTak Hindi

बैटिंग के दौरान सौरभ नवाले

Story Highlights:

बीसीसीआई के नए नियम का इस्तेमाल हुआ है

इंजरी रिप्लेसमेंट नियम का इस्तेमाल दलीप ट्रॉफी में हुआ

दलीप ट्रॉफी 2025 के सेमी-फाइनल में वेस्ट जोन और सेंट्रल जोन के बीच हुए मैच में पहली बार घरेलू क्रिकेट में ‘सीरियस इंजरी’ के लिए खिलाड़ी बदलने नियम इस्तेमाल हुआ. महाराष्ट्र के बल्लेबाज सौरभ नवाले को वेस्ट जोन की प्लेइंग इलेवन में हार्विक देसाई की जगह शामिल किया गया.

पहली पारी में सेंट्रल जोन ने 162 रनों की बढ़त हासिल की. इस दौरान देसाई ने पारी की शुरुआत की और केवल 1 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद उन्होंने सेंट्रल की पारी में विकेटकीपिंग भी की. लेकिन उनकी जांघ की मांसपेशी में चोट लग गई, जिसके कारण वह मैच से बाहर हो गए. सेंट्रल जोन ने पहली पारी में 600 रनों का विशाल स्कोर बनाया. इसके बाद, बीसीसीआई के 2025-26 सीजन के नए नियमों के तहत, नवाले को ‘सीरियस इंजरी’ के लिए पहली बार रिप्लेसमेंट के तौर पर लाया गया.

Asia Cup 2025 से पहले टीम इंडिया का ब्रोंको टेस्ट, 5-5 खिलाड़ियों के बने 3 ग्रुप, गंभीर ने किया चीयर तो इस कोच ने लिखा स्कोर

फ्लॉप रहे नवाले

हालांकि, नवाले का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. सेंट्रल के ऑफ-स्पिनर सारांश जैन ने उन्हें 31 गेंदों में 9 रन बनाकर आउट कर दिया. वेस्ट जोन की पारी 216 रन पर 8 विकेट के साथ खत्म हुई, और फिर दोनों टीमें ड्रॉ पर सहमत हो गईं. पहली पारी की बढ़त के आधार पर सेंट्रल जोन फाइनल में पहुंच गया, जहां उसका मुकाबला साउथ जोन से होगा.

सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट नियम क्या है?

यह नियम बीसीसीआई ने 2025-26 सीजन के लिए अपनी नई गाइडलाइंस में शामिल किया है. यह नियम स्टार टेस्ट विकेटकीपर ऋषभ पंत की इंग्लैंड में जुलाई 2025 में हुए एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट में पैर की अंगुली में चोट लगने के बाद लाया गया.  

इस नियम के तहत, अगर कोई खिलाड़ी मैच के दौरान मैदान पर गंभीर बाहरी चोट (जैसे हड्डी टूटना, गहरी चोट या जोड़ खिसकना) का शिकार होता है, तो उसकी जगह एक समान क्षमता वाला खिलाड़ी लाया जा सकता है. चोट की गंभीरता का फैसला मैदानी अंपायर, मैच रेफरी और टीम के डॉक्टर के साथ सलाह करके किया जाता है. अगर चोट को गंभीर माना जाता है तो टीम मैनेजर रिप्लेसमेंट खिलाड़ी के लिए फॉर्मल रिक्वेस्ट कर सकता है. यह नियम केवल मल्टी-डे मैचों (जैसे रणजी ट्रॉफी) के लिए है, न कि व्हाइट-बॉल क्रिकेट (वनडे या टी20) के लिए.

    यह न्यूज़ भी देखें

    Share