पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने रणजी ट्रॉफी में 400 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज को नजरअंदाज किए जाने पर टीम इंडिया के सेलेक्टर्स की क्लास लगाई है. उन्होंने सेलेक्टर्स पर निशाना पूछा कि क्या रणजी ट्रॉफी का कोई मतलब नहीं रह गया, क्योंकि जलज सक्सेना जैसे खिलाड़ी 19 साल तक घरेलू टूर्नामेंट में खेलने के बाद भी टीम इंडिया में जगह नहीं बना पाए हैं. अनुभवी भारतीय ऑलराउंडर को भारत ए की टीम में भी जगह नहीं मिली, जो इस समय मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ मुश्किल दौर से गुजर रही है.
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जलज सक्सेना हाल में रणजी ट्रॉफी के इतिहास में 400 विकेट और 6000 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे. उनके इस रिकॉर्ड की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है. उनकी इसी रिकॉर्ड पर हरभजन सिंह ने रिएक्ट किया. 37 साल के सक्सेना अपनी घरेलू टीमों के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और फिलहाल केरल के लिए खेल रहे है. उन्होंने हाल में बंगाल के खिलाफ मैच में 84 रन बनाए.
हरभजन सिंह का कहना है कि जलज को कम से इंडिया ए के लिए चुना जाना चाहिए था. उन्होंने कहा-
कम से कम इंडिया ए के लिए तो उन्हें चुना जाना चाहिए. अब रणजी खेलना बेकार है? आईपीएल से लोग चुने जा रहे हैं
सक्सेना का 19 साल का करियर
जलज सक्सेना ने 2005 में मध्य प्रदेश से अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए 4041 रन और 159 विकेट लिए. इसके बाद 2016-2017 सीजन में वो केरल चले गए थे. 143 फर्स्ट क्लास मैच में सक्सेना ने 6795 रन बनाए, जिसमें 14 सेंचुरी और 33 फिफ्टी शामिल है. उन्होंने 452 विकेट लिए. वो पंजाब किंग्स के लिए एक मैच और चैंपिंयंस लीग में मुंबई इंडियंस के लिए तीन मैच खेले.
सक्सेना को टीम इंडिया में मौका ना मिल पाने से निराश पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने उनकी उपलब्धि की तारफ करते हुए कहा था कि कुछ महान खिलाड़ियों को हमेशा भारतीय टीम की जर्सी पहनने का मौका नहीं मिलता.
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