टीम इंडिया के मयंक अग्रवाल उन टॉप खिलाड़ियों में शामिल थे जो आईपीएल 2025 नीलामी के दौरान अनसोल्ड रहे थे. लेकिन हर सीजन की तरह आईपीएल टीमों में जब कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो अनसोल्ड वाले खिलाड़ियों को मौका मिल जाता है. और मयंक अग्रवाल के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. मयंक एक समय बेंच पर थे और कुछ समय के भीतर ही वो प्लेइंग 11 का हिस्सा बन गए. मयंक को देवदत्त पडिक्कल के रिप्लेसमेंट के तौर पर चुना गया था. ऐसे में मयंक जैसे ही टीम के भीतर शामिल हुए आरसीबी ने 18 साल का सूखा खत्म किया और टीम चैंपियन बन गई. इस बीच अग्रवाल ने आरसीबी पॉडकास्ट में बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि आईपीएल नीलामी में अनसोल्ड रहने के बाद उन्होंने क्या किया था.
ADVERTISEMENT
CSK ट्रेड की खबरों के बीच जडेजा ने किया इंस्टाग्राम अकाउंट डीएक्टिवेट
मैंने खुद को समय दिया: मयंक अग्रवाल
मयंक अग्रवाल ने आरसीबी पॉडकास्ट में कहा कि, मैंने नीलामी के बाद खुद को 6-8 घंटे का समय दिया. इस दौरान मेरे मन में काफी कुछ आया कि, मैं चुना नहीं गया, ये हो सकता था, वो हो सकता था. लेकिन मैं खुद से बहुत सख्ती से ईमानदार था. हां, तुम चुने नहीं गए.' कुछ कमियां हैं जिन पर काम करना जरूरी है, और अगर सिर्फ दो-चार चीजें भी हैं, तो क्यों न उन्हें अभी ठीक कर लूं. नीलामी की बातों पर निर्भर रहने की बजाय, मैं बस यही पूछता रहा कि, अभी मैं क्या सुधार सकता हूं? मैंने अपने बैटिंग कोच के साथ पॉइंट्स की लिस्ट बनाई और तुरंत काम शुरू कर दिया.''
आरसीबी ने कहा था- खुद को साबित करो
बता दें कि,आरसीबी ने अग्रवाल से ओपन नेट्स में प्रैक्टिस और खुद को साबित करने के लिए कहा था. जब पडिक्कल चोटिल हो गए तो हेड कोच एंडी फ्लावर ने उन्हें ट्रायल के लिए बुलाया. कॉन्ट्रैक्ट सीधे नहीं दिया गया, बल्कि उन्हें खुद को साबित करना पड़ा. मयंक ने बताया कि, एंडी बहुत सीधे थे. उन्होंने कहा कि ये सेलेक्शन मैच है, या तो बनाओ या तोड़ो.' मुझे यह पसंद आया. इससे मैं दबाव में नहीं आया और असली मैच की तरह खेलने लगा. मैंने अच्छा प्रदर्शन किया, कोच खुश हुए, और उन्हें लगा, 'यह लड़का तैयार है, हमें इसे मैच के लिए तैयार करने में समय बर्बाद करने की जरूरत नहीं.'
आरसीबी के साथ कैसा था अग्रवाल का प्रदर्शन
अग्रवाल की सबसे अच्छी पारी लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ आई, जहां 228 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए वे 23 गेंदों पर 41 रन बनाकर नाबाद रहे. उन्होंने स्टैंड-इन कप्तान जितेश शर्मा के साथ पांचवें विकेट के लिए 107 रनों की साझेदारी की. उन्हें चार मौके मिले. आरसीबी के लिए उन्होंने चार पारियों में 95 रन बनाए. इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 148.43 की थी. पंजाब किंग्स के खिलाफ फाइनल में इस बैटर ने 18 गेंदों पर 24 रनों की तेज पारी खेली थी.
कौन संभालेगा राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी? इन दो खिलाड़ियों का नाम सबसे आगे
ADVERTISEMENT










