RCB के स्टार बैटर का दलीप ट्रॉफी के पहले दिन बल्ले से धमाका, 80 गेंदों पर उड़ाई सेंचुरी, चौके- छक्कों की बरसात

रजत पाटीदार ने 96 गेंदों पर 125 रन की पारी खेली. आरसीबी का कप्तान पिछले कुछ समय से क्रिकेट से दूर है. रजत इस पारी से टीम इंडिया में एंट्री के लिए दरवाजा खटखटा रहे हैं.

Profile

SportsTak

अपडेट:

SportsTak Hindi

शतक लगाने के बाद बल्ला हवा में लहराते रजत पाटीदार

Story Highlights:

रजत पाटीदार ने शतक ठोक दिया

रजत ने सेंट्रल जोन की ओर से खेलते हुए ये कमाल किया

दलीप ट्रॉफी के क्वार्टरफाइनल के पहले दिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान रजत पाटीदार ने बल्ले से धमाका कर दिया. रजत ने बेंगलुरु के बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ग्राउंड बी पर ये कमाल किया. 32 साल के खिलाड़ी ने सेंट्रल जोन की ओर से खेलते हुए नॉर्थ ईस्ट जोन के खिलाफ ये शतक ठोका. रजत टेस्ट इंटरनेशनल होम सीजन के लिए प्लान का हिस्सा थे. लेकिन इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्हें टीम के भीतर मौका नहीं दिया गया. ऐसे में दलीप ट्रॉफी में कमाल दिखा रजत ने एक बार फिर टीम इंडिया का दरवाजा खटखटाया है.

ध्रुव जुरेल और अभिमन्यु ईश्वरन क्यों नहीं खेल रहे हैं दलीप ट्रॉफी का मैच ? सामने आई ये बड़ी वजह

शुरुआत से ही लय में दिखे रजत

इंदौर में पैदा हुआ खिलाड़ी मिडिल ऑर्डर में बैटिंग के लिए आया और 96 गेंदों पर 125 रन की पारी खेली. रजत शुरुआत से ही अटैकिंग क्रिकेट खेल रहे थे और इस तरह उन्होंने नॉर्थ ईस्ट जोन पर दबाव बना दिया. पाटीदार ने अपनी पारी में 18 चौके और दो छक्के लगाए. ये उनका फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 14वां शतक था. पाटीदार उस वक्त बैटिंग के लिए आए जब आर्यन जुयाल रिटायर्ड हर्ट हो गए. उन्हें 60 पर वापस जाना पड़ा. पाटीदार के अलावा विदर्भ के दानिश मालेवार ने भी 144 गेंदों पर शतक ठोका.

चाय ब्रेक तक सेंट्रल जोन ने 1 विकेट गंवा 314 रन बना लिए थे. बता दें कि विकेटकीपर ध्रुव जुरेल जिन्होंने इंग्लैंड सीरीज के दौरान ऋषभ पंत को रिप्लेस किया था, उन्हें पाटीदार का डिप्टी बनाया गया है. लेकिन जुरेल ग्रोइन की दिक्कत के चलते क्वार्टरफाइनल से ही बाहर हो गए. वहीं स्टार पेसर खलील अहमद, दीपक चाहर और कुलदीप यादव सभी सेंट्रल 11 का हिस्सा हैं. दलीप ट्रॉफी के दोनों सेमीफाइनल 4 सितंबर को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खेले जाएंगे. जबकि फाइनल 11 सितंबर को होगा.

पाटीदार आईपीएल के बाद क्रिकेट से दूर हैं. इस बैटर ने आईपीएल के 14 मैचों में 24 की औसत और 143. 77 की स्ट्राइक रेट से कुल 312 रन ठोके थे. लेकिन उनकी कप्तानी में पहली बार ऐसा हुआ जब रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 18 साल का इंतजार खत्म किया और खिताब दिलाया.

अश्विन के IPL से संन्यास लेने पर भड़क उठे भारत के पूर्व बल्लेबाज श्रीकांत, कहा - मैं उनकी जगह होता तो...

    यह न्यूज़ भी देखें

    Share