पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बीते दिन शाहीन अफरीदी को हटाकर बाबर आजम को फिर से टीम का कप्तान बना दिया है. टी20 वर्ल्ड कप से पहले बोर्ड ने बाबर को व्हाइट बॉल टीम का कप्तान नियुक्त किया. अफरीदी सिर्फ एक सीरीज में ही पाकिस्तानी टीम की कप्तानी कर पाए. वो बोर्ड से काफी नाराज भी हैं. पहले तो उनकी नाराजगी इस बात को लेकर थी कि कप्तान रहते हुए भी बोर्ड ने उन्हें नजरअंदाज किया और बाबर आजम से हर बात पर चर्चा की. कप्तानी जाने के बाद वो इस बात को लेकर नाराज है कि बोर्ड ने उनके नाम से झूठ फैलाया है.
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दरअसल बाबर को कप्तान बनाए जाने के बाद पीसीबी ने अफरीदी के हवाले से बयान जारी किया. वो बयान जो अफरीदी ने दिया ही नहीं था. बोर्ड की इस हरकत पर अब बवाल मच गया है. क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार पीसीबी ने वेबसाइट और मीडिया रिलीज में अफरीदी की हवाले से जो बयान लियाा है, वो पाकिस्तानी गेंदबाज ने कहा ही नहीं. अफरीदी तो इस पर बयान देने वाले थे, मगर बोर्ड ने उनसे इमरजेंसी मीटिंग की. इतना ही नहीं मीडिया रिलीज में इस्तेमाल करने के लिए बोर्ड ने उन्हें बयान देने तक के लिए नहीं कहा.
अफरीदी के हवाले से बोर्ड ने रिलीज में क्या कहा?
बाबर को फिर से कप्तान बनाए जाने के कुछ घंटे बाद एक प्रेस रिलीज जारी की गई थी, जिसमें शाहीन ने बाबर का पूरा सपोर्ट करने के लिए कहा. रिलीज में अफरीदी के हवाले से कहा गया कि पाकिस्तान की कप्तानी करना उनके लिए सम्मान की बात है. अफरीदी के हवाले से बोर्ड की तरफ से जारी किए गए बयान के अनुसार-
मैं इन यादों और अवसर को हमेशा संभालकर रखूंगा. बतौर टीम प्लेयर, ये मेरा काम है कि अपने कप्तान बाबर आजम को सपोर्ट करूं. मैं उनकी कप्तानी में खेल चुका हूं और मेरे मन में उनके लिए सम्मान के अलावा कुछ भी नहीं है. मैदान के अंदर और बाहर उनकी मदद करने की कोशिश करूंगा. हम सब एक हैं. हम सभी का लक्ष्य पाकिस्तान को दुनिया की बेस्ट टीम बनाना है.
पाकिस्तानी टीम में टेंशन बढ़ने की आशंका
पाकिस्तान बोर्ड की तरफ से अफरीदी के हवाले से जारी इस बयान में उनकी तरफ से एक शब्द भी नहीं कहा गया है. बोर्ड की इस हरकत से पाकिस्तान के खेमे में टेंशन बढ़ने की आशंका है. इतना ही नहीं लगातार हो रहे बदलाव के चलते टीम को साथ जोड़कर रखना भी मुश्किल होने वाला है.
बोर्ड की हरकत से नारज अफरीदी
बीते दिनों एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने अफरीदी का सपोर्ट करने से इनकार दिया था और कहा था कि आर्मी के साथ टीम की ट्रेनिंग खत्म होने के बाद वो कप्तानी पर फैसला लेंगे. इसके बाद बाबर को कप्तान बना दिया गया. अफरीदी बोर्ड के साथ कम्यूनिकेशन की कमी से निराश हैं. उन्हें लगता है कि बोर्ड ने कप्तानी से हटाए जाने के पीछे वजह स्पष्ट नहीं की. हालांकि बोर्ड ने अफरीदी के हवाले से बयान जारी करके इस नाराजगी को शांत करने की कोशिश की थी, मगर अफरीदी को बोर्ड की ये हरकत पसंद नहीं आई.
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