टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने विराट कोहली को लेकर बड़ा खुलासा किया है. अरुण ने कहा कि विराट कोहली को कभी भी प्रैक्टिस मैच पसंद नहीं थे. क्योंकि उन्हें कभी नहीं लगता था कि उनके भीतर मैच के दौरान जोश नहीं है. अरुण ने कहा कि कोहली ज्यादा से ज्यादा समय अलग अलग विकेट पर बैटिंग करके बिताते थे और हमेशा गेंदबाजों को टेस्ट करते थे. विराट कोहली को चैलेंज काफी ज्यादा पसंद था.
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अरुण टीम इंडिया के बॉलिंग कोच रह चुके हैं. वहीं कोहली के लिए साल 2017 से लेकर 2021 शानदार रहा. उस दौरान वो टीम इंडिया के कप्तान थे और उन्होंने काफी रन भी बनाए. कोहली ने अरुण और रवि शास्त्री के साथ मिलकर कमाल किया और टीम इंडिया को कई मैचों में जीत दिलाई. इसके अलावा टीम को नए पेसर्स भी मिले जिसमें बुमराह- सिराज ने रिकॉर्ड तोड़ विकेट लिए.
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विराट 16 यार्ड पर खेलता था: भरत अरुण
भरत अरुण ने पीटीआई से कहा कि, भारत और वर्ल्ड टेस्ट क्रिकेट उन्हें काफी मिस करेगा. मैंने भारतीय बॉलिंग कोच के रूप में कई शानदार लम्हें देखे हैं. विराट कोहली को कभी भी प्रैक्टिस मैच पसंद नहीं था. उन्हें लगता था कि प्रैक्टिस मैचों में आप ज्यादा जोश के साथ नहीं खेल पाते हो. वो नेट्स में ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहते थे. ऐसे में वो अलग तरह की विकेट ढूंढते थे और 16 यार्ड की पिच पर प्रैक्टिस करते थे. वहीं वो थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट को भी 16 यार्ड से ही गेंद फेंकने को कहते थे. उन्हें चैलेंज पसंद था.
कोहली की कप्तानी को लेकर अरुण ने कहा कि, साल 2018-19 में बॉक्सिंग डे टेस्ट खेला जा रहा था. इस दौरान दोनों टीमों के बीच सीरीज 1-1 की बराबरी पर थी. विराट ने पर्थ में शतक ठोका था लेकिन हम वो मैच नहीं जीत पाए. इसके बाद हम मेलबर्न गए और विराट ने पूरा ड्रेसिंग रूम का माहौल ही बदल दिया. उन्होंने ये भरोसा दिलाया कि हम जीत सकते हैं. उन्होंने फॉर्मेट की इज्जत की. ऐसे में हम उन्हें जरूर मिस करेंगे.
भारत ने उस दौरान टेस्ट सीरीज पर कब्जा किया और पहली बार ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर जीत हासिल की. कोहली भारत से बाहर ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बने. कोहली ने 123 टेस्ट में 9230 रन ठोके और 46.85 की औसत और 30 शतक लेकर रिटायर हुए.
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