Ashes: मेलबर्न टेस्ट की पिच पर आया ICC का फैसला, मैच रेफरी ने दी ये रेटिंग, जानिए क्या कहा

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबर्न टेस्ट केवल दो दिन के अंदर खत्म हो गया था. इस मुकाबले के पहले दिन 20 विकेट गिरे थे और अगले दिन 16 बल्लेबाज आउट हुए थे. यह एशेज 2025-26 का दूसरा टेस्ट रहा जो दो दिन में खत्म हुआ. इससे पहले पर्थ टेस्ट भी दो दिन में खत्म हो गया.

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मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड का टेस्ट 2 दिन में निपट गया था. (Photo: Getty)

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मेलहबर्न क्रिकेट ग्राउंड को एक डीमेरिट पॉइंट दिया गया है.

मेलबर्न में खेले गए पिछले तीन टेस्ट की पिच को बहुत अच्छा माना गया था.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबर्न टेस्ट की पिच पर फैसला दिया है. दो दिन में ही मैच खत्म होने के बाद आईसीसी ने माना कि पिच ठीक नहीं थी. इस पर गेंद और बल्ले के बीच बराबरी का मुकाबला नहीं था. आईसीसी ने मेलबर्न पिच को तीसरे दर्जे पर रखा और इसे असंतोषजनक माना. इसके तहत पिच को एक डीमेरिट पॉइंट भी दिया गया. इंग्लैंड ने यह मैच दो दिन के अंदर ही चार विकेट से जीता था.

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मैच रेफरी जैफ क्रो ने पिच को लेकर फैसला दिया और बताया कि किस आधार पर इसे असंतोषजनक माना गया. उन्होंने कहा, एमसीजी पिच से गेंदबाजों को बहुत ज्यादा मदद मिल रही थी. पहले दिन ही 20 विकेट गिर गए. दूसरे दिन 16 विकेट गिरे और कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं लगा सका. दिशानिर्देशों के तहत पिच असंतोषजनक थी और इस वेन्यू को एक डीमेरिट पॉइंट दिया जाता है.

मेलबर्न टेस्ट में क्या हुआ था

 

एशेज 2025 के चौथे टेस्ट का नतीजा दो दिन में आ गया था. इस दौरान कुल 36 विकेट गिरे थे जिनमें से 20 तो पहले ही दिन गिर गई थी. इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का कोई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाया था. इस दौरान स्पिनर्स ने एक भी ओवर नहीं फेंका. सभी ओवर पेसर ने डाले और उन्हें ही सभी विकेट मिले. इससे पहले पर्थ टेस्ट भी दो दिन में खत्म हुआ था. लेकिन उसे आईसीसी ने वेरी गुड रेटिंग दी थी. तब कहा गया था कि पिच खेलने के लिए सही थी.

आईसीसी कैसे करता है पिच रेटिंग

 

आईसीसी चार कैटेगरी में पिच को रेट करता है. इसमें सबसे ऊपर वेरी गुड (बहुत अच्छी) रेटिंग होती है. यह रेटिंग तब बनती है जब गेंद और बल्ले के बीच बराबरी रहती है. गेंदबाजों को पिच से सीम और स्पिन मिलती है तो बल्लेबाजों को भी दिक्कत नहीं होती. इसके बाद संतोषजनक होता है. गुड और एवरेज भी इसी कैटेगरी के तहत आते हैं.

फिर असंतोषजनक और सबसे नीचे अनफिट या खराब कैटेगरी दी जाती है. असंतोषजनक कैटेगरी के तहत कोई पिच तब आती है जब गेंदबाजों को बहुत ज्यादा मदद मिलती है. सीम या स्पिन बॉलिंग के जरिए विकेट लेने के ज्यादा ही मौके बनते हैं. पिच को असंतोषजनक दिए जाने पर एक डीमेरिट पॉइंट मिलता है. अनफिट या खराब रेटिंग मिलने पर तीन डीमेरिट पॉइंट दिए जाते हैं.

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