भारत और वेस्ट इंडीज के बीच दिल्ली में होने वाले दूसरे टेस्ट में रनों की बारिश होने की संभावना है. फिरोज शाह कोटला मैदान की पिच बल्लेबाजों के लिए मददगार बताई जा रही है. दूसरा टेस्ट 10 अक्टूबर से शुरू होना है. इस मुकाबले में काली मिट्टी की बनी पिच इस्तेमाल होगी. इस पर कुछ-कुछ जगहों पर घास रहेगी और जैसे-जैसे पिच सूखेगी उस पर स्पिनर्स को मदद मिलेगी. भारत दो टेस्ट की सीरीज में अभी 1-0 से आगे है.
ADVERTISEMENT
रोहित शर्मा और विराट कोहली को लेकर वॉर्निंग, पूर्व सेलेक्टर ने अगरकर पर भी उठाए सवाल
भारत-वेस्ट इंडीज के बीच अहमदाबाद में खेले गए पहले टेस्ट की पिच पर काफी घास थी और वहां तेज गेंदबाजों को मदद मिली थी. दिल्ली टेस्ट की पिच इससे उलट रहने वाली है. यहां बल्लेबाजों को मदद मिलेगी. अरुण जेटली स्टेडियम की आउटफील्ड भी तेज रहने वाली है और बाउंड्री भी छोटी रहेगी. इस लिहाज से बड़े रन यहां देखने को मिल सकते हैं.
दिल्ली में ढाई साल बाद होगा टेस्ट
दिल्ली में आखिरी बार टेस्ट 2023 में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तहत खेला गया था. तब ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करना चुना था. वह मुकाबला तीन दिन के अंदर खत्म हो गया था और भारत छह विकेट से विजेता बना था.
टीम इंडिया 8 अक्टूबर से शुरू करेगी प्रैक्टिस
भारतीय टीम दूसरे टेस्ट के लिए 8 अक्टूबर से दिल्ली में ट्रेनिंग शुरू करेगी. टेस्ट से एक दिन पहले भी प्रैक्टिस होनी है. भारत को अहमदाबाद में पहले टेस्ट को जीतने में ज्यादा जोर नहीं आया था. उसने तीन दिन के अंदर वह मैच जीत लिया था.
भारत-वेस्ट इंडीज के पहले टेस्ट में कैसी थी पिच
भारत ने पहले टेस्ट में वेस्ट इंडीज को पारी और 140 रन से हराया था. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच पर चार मिलीमीटर घास रखी गई थी. पिच लाल-काली मिट्टी से बनाई गई थी. इस पर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को काफी उछाल और रफ्तार हासिल हुई थी. दोनों की कमाल बॉलिंग से विंडीज टीम पहले दिन पहली पारी में 44.1 ओवर में ऑल आउट हो गई थी. दूसरी पारी में मेहमान टीम 45.1 ओवर में सिमट गई थी. भारत ने एक बार बल्लेबाजी की थी और 450 के आसपास का स्कोर बनाया था. उसकी तरफ से तीन शतक बने थे.
भारतीय टेस्ट स्क्वॉड से बाहर करुण नायर की रणजी ट्रॉफी से पहले इस टीम में वापसी
ADVERTISEMENT