SA vs WI: पांचवें नंबर पर उतरा और 54 गेंदों पर शतक ठोक दिलाई हाहाकारी जीत, SA ने 30 ओवरों में बना डाले 264 रन

क्रिकेट इतिहास में कई मुकाबले ऐसे होते हैं जिसमें एक टीम हार से वापसी करते हुए मुकाबला जीत ले जाती है.

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क्रिकेट इतिहास में कई मुकाबले ऐसे होते हैं जिसमें एक टीम हार से वापसी करते हुए मुकाबला जीत ले जाती है. और ऐसा सिर्फ एक बल्लेबाज और गेंदबाज की अपने धांसू प्रदर्शन के जरिए मुमकिन बनाता है. साउथ अफ्रीका की टीम ने वेस्टइंडीज को तीसरे और आखिरी वनडे मुकाबले में करारी शिकस्त दी है. 261 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफ्रीकी टीम का एक समय स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 142 रन हो चुका था. लेकिन इसके बाद क्रीज पर इस साल आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से खेलने वाले बल्लेबाज हेनरी क्लासेन की एंट्री हुई. क्लासेन ने ऐसी आतिशी पारी खेली कि विंडीज के गेंदबाज पानी मांगने लगे. 5वें नंबर पर उतरकर क्लासने ने साउथ अफ्रीका के वनडे इतिहास का चौथा सबसे तेज शतक ठोका और 54 गेंद पर ही पूरा मैच पलट दिया. इस तरह अफ्रीकी टीम ने 4 विकेट से मैच जीतकर सीरीज को 1-1 की बराबरी पर खत्म कर दिया. अफ्रीकी टीम ने 123 गेंद रहते ही 30वें ओवर की तीसरी गेंद पर लक्ष्य पा लिया. दोनों टीमों के बीच पहला वनडे मुकाबला बारिश के चलते रद्द हो गया था.  क्लासेन मैच के हीरो रहे और नाबाद 119 रन ठोके. इस बल्लेबाज ने 61 गेंद पर 15 चौके और 5 छक्कों की मदद से कुल 119 रन ठोके.

 

 

 

लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम की शुरुआत बेहद खराब रही जब 15 के कुल स्कोर पर ही रायन रिकेल्टन सिर्फ 3 रन बनाकर अलजारी जोसेफ का शिकार हो गए. इसके बाद 36 के कुल स्कोर पर टीम को रासी वान डर डुसेन के रूप में बड़ा झटका लगा. इन्हें भी जोसेफ ने ही आउट किया.  हालांकि एडन मार्करम और टोनी डी जॉर्जी ने कुछ हद तक पारी को संभाला और 73 के कुल स्कोर तक लेकर गए. लेकिन 21 रन पर हुसैन ने जॉर्जी को पवेलियन भेज दिया. इससे पहले रासी भी फेल रहे और सिर्फ 14 रन पर ही पवेलियन लौट गए.

 

एक समय टीम बेहतरीन रनरेट के साथ स्कोर को आगे बढ़ा रही थी लेकिन लगातार गिर रहे विकेट के चलते टीम पर दबाव बनता गया. 87 के स्कोर पर जब टोनी जॉर्जी पवेलियन गए तब लग रहा था कि टीम के हाथों से ये मैच निकल जाएगा. कप्तान एडन मार्करम भी कुछ खास नहीं कर पाए और 25 रन पर चलते बने. डेविड मिलर से टीम को बड़ी उम्मीदें थीं लेकिन ये बल्लेबाज भी सिर्फ 17 रन ही बना पाया. हालांकि असली कमाल हेनरी क्लासेन और मार्को यानसेन ने किया.

 

यानसेन- क्लासेन ने दिलाई जीत

 

दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 200 के पार पहुंचाया और फिर 223 के बाद क्लासेन ने 54 गेंद पर अपना शतक पूरा किया. लेकिन 29वें ओवर में टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचा चुके यानसेन जोसेफ का शिकार हो गए. इस बल्लेबाज ने 33 गेंद पर 43 रन ठोके. अपनी पारी में क्लासेन ने 5 चौके और 2 छक्के लगाए. अंत में क्लासेन का साथ देने वेने पार्नेल आए. लेकिन 30वें ओवर की लगातार तीन गेंदों पर 16 रन ठोक क्लासेन को विंडीज को मैच जीता दिया.

 

किंग को छोड़ विंडीज का हर बल्लेबाज फेल


विंडीज की पारी की बात करें तो टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिली और 39 के कुल स्कोर पर ही एनगिडी ने काइल मेयर्स को 14 पर चलता किया. हालांकि शामराह ब्रूक्स और ब्रेंडन किंग ने टीम के स्कोर को 19वें ओवर में ही 110 रन तक पहुंचा दिया. ब्रेंडन किंग एक छोर से लगातार अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे. 120 के स्कोर पर वो भी आउट हुए. हालांकि किंग ने सबसे ज्यादा 72 रन बनाए. इस बल्लेबाज ने अपनी पारी में कुल 11 चौके और 1 छक्का लगाया. कप्तान शे होप भी कुछ खास नहीं कर पाए और ये बल्लेबाज भी 16 रन पर चलता बना. होप का विकेट बियॉर्न फॉर्टुइन ने लिया.  निकोलस पूरन ने 41 गेंद पर 39 रन, जेसन होल्डर ने 43 गेंद पर 36 रन बनाए. अंत में अकील हुसैन के 14 और ओडियन स्मिथ के 17 रन की बदौलत टीम 250 के पार पहुंची. हालांकि किसी भी बल्लेबाज के बीच बड़ी साझेदारी न होने के कारण पूरी टीम 260 रन पर ढेर हो गई. पूरी टीम पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाई.
 

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