मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने वीमेंस प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ मिली हार के बाद खुद को हार का जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उनका विकेट मैच का टर्निंग पाइंट था. अगर वो आउट नहीं होती तो उनकी टीम फाइनल में पहुंच जाती. 136 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान मुंबई इंडियंस की टीम आगे थी. टीम को 13 गेंद पर 16 रन बनाने थे और 7 विकेट बाकी थे. लेकिन लगातार विकेट गिरने के चलते टीम हार गई.
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हरमन के विकेट ने पलटा मैच
हरमनप्रीत कौर का जैसे ही विकेट गिरा पूरे टीम ने घुटने टेक दिए. टीम को अंत में 6 गेंद पर 12 रन बनाने थे लेकिन 19वें ओवर में 4 रन आने से टीम दबाव में आ गई और अंत में हार गई. हरमन ने मैच के बाद कहा कि 12 गेंदों में हमें सिर्फ एक बाउंड्री की जरूरत थी और हम उसे हासिल नहीं कर पाए. उन्होंने कहा, यह खेल आपको हमेशा यही सिखाता है. यह आपको दबाव में डालता है और आपको इससे सीखते रहना होता है. जब मैंने अपना विकेट खोया तो उसके बाद हमारे बल्लेबाज संयम नहीं रख सके, यही निर्णायक मोड़ था.
अच्छी साझेदारी के बावजूद मुंबई की बल्लेबाजों ने टेके घुटने
बता दें कि मुंबई ने आरसीबी को 135 रनों पर रोक दिया था और ये एक आसान सा लक्ष्य लग रहा था खासकर तब जब मुंबई का स्कोर 2 विकेट पर 60 रन था और उसे 60 में से 76 रनों की जरूरत थी. 11वें ओवर में नेट सिवर ब्रंट के आउट होने के बाद हरमनप्रीत और केर ने पारी संभाली. 52 रन की साझेदारी के बाद ऐसा लगा था कि टीम ये मैच जीत लेगी. 30 गेंदों में 43 रन की ज़रूरत थी और मुंबई की बल्लेबाजों ने इसे घटाकर 18 में 20 रन कर दिया. लेकिन जीत की राह पर पहुंच चुकी मुंबई को उस वक्त झटका लगा जब श्रेयांका पाटिल ने उन्हें सोफी डिवाइन के हाथों कैच आउट करवा मैच पलट दिया.
हरमन ने आगे कहा कि 'हमने काफी कड़ी टक्कर दी. यह सीजन हमारे लिए थोड़ा उतार-चढ़ाव वाला रहा है. पिछले सीजन में एक टीम के रूप में हमने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन इस बार हमारा प्रदर्शन थोड़ा ऊपर-नीचे था. लेकिन हमने इस सीजन में बहुत कुछ सीखा है और उम्मीद है कि अगले सीजन में हम और अच्छी तैयारी करेंगे और कड़ी मेहनत से वापसी करेंगे.
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