भारतीय क्रिकेट टीम पिछले कुछ समय से बैकफुट पर है. टीम इंडिया को पहले घर पर न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में हार झेलनी पड़ी. इस दौरान भारतीय टीम एक भी मैच नहीं जीत पाई. उम्मीद थी कि ऑस्ट्रेलिया जाकर टीम कुछ अलग करेगी और तीसरी बार बीजीटी अपने नाम करेगी. लेकिन उससे उलट भारतीय टीम को 1-3 से सीरीज गंवानी पड़ी. किसी भी बल्लेबाज का बल्ला नहीं चला और सबसे बुरी हालत रोहित शर्मा और विराट कोहली की हुई. इस बीच दैनिक जागरण की रिपोर्ट में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. बीसीसीआई ने टीम इंडिया के क्रिकेटरों को कड़ी सजा दी है. अब कोई भी क्रिकेटर विदेशी दौरे पर अपनी पत्नी संग नहीं जा सकेगा.
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विदेश दौरे पर पत्नी को नहीं ले जा पाएंगे क्रिकेटर्स
मुंबई में शनिवार को बीसीसीआई की अहम मीटिंग हुई जिसमें ये फैसला लिया गया. साल 2019 से पहले भी यही नियम थे लेकिन कोरोना के चलते बाद में बोर्ड ने इसमें ढिलाई बरती थी. जागरण की रिपोर्ट के अनुसार विदेशी दौरे पर जब भी क्रिकेटरों संग उनकी पत्नियां रहती हैं तो खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर इसका असर पड़ता है. ऐसे में कहा जा रहा है कि अब ऐसा नहीं होगा और पत्नियों को सिर्फ कुछ समय क्रिकेटरों संग रहने की परमिशन दी जाएगी.
14 दिन तक साथ में रह सकती है पत्नियां
बता दें कि अगर ये रिपोर्ट सही साबित होती है तो पत्नियों को सिर्फ 14 दिन तक ही क्रिकेटर संग रहने की परमिशन मिलेगी. इस दौरान पत्नी या फिर परिवार उनके साथ रह सकता है. वहीं अगर दौरा छोटा रहा तो ये 7 दिन का हो जाएगा. बता दें कि बीजीटी के दौरान हर क्रिकेटर का परिवार और उसकी पत्नी पूरे दौरे पर साथ में थी. इसके अलावा ये भी देखा गया है कि कई बार क्रिकेटर्स टीम बस में ट्रैवल नहीं करते हैं. ऐसे में इसपर भी फैसला लिया जा सकता है. सीनियर क्रिकेटर्स अक्सर खुद से मैदान पर पहुंचना सही समझते हैं. लेकिन ये टीम बॉन्डिंग के हिसाब से सही नहीं है. ऐसे में कहा जा रहा है कि अब से हर खिलाड़ी को पूरी टीम के साथ ट्रैवल करना होगा.
गंभीर के मैनेजर पर भी नजर
इसके अलावा रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि गौतम गंभीर के मैनेजर पर भी नजर है. इससे पहले किसी भी कोच का मैनेजर उनके साथ नहीं रहता था. लेकिन इस बार देखा गया कि गौतम गंभीर पूरे दौर पर अपने मैनेजर के साथ थे. ऐसे में अब इसपर भी फैसला लिया जा सकता है जिसके बाद मैनेजर न तो वीआईपी बॉक्स में बैठेंगे और न ही टीम बस में जाएंगे. इसके अलावा ट्रैवल के दौरान किसी भी खिलाड़ी का सामान अगर 150 किलो से ज्यादा होगा तो उसका पैसा बोर्ड नहीं देगा.
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