गुवाहाटी में होने वाली जूनियर वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ मेडल पक्का करने वाली 16 साल की तन्वी शर्मा ने कमाल कर दिया. तन्वी ने अब चीन की खिलाड़ी को मात देकर गोल्ड मेडल की तरफ कदम बढ़ा दिया है. तन्वी ने सेमीफाइनल मैच में चीन की लियू सी या को 15-11, 15-9 से हराकर फाइनल में कदम रखा. इसके साथ ही वह जूनियर वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने वाली भारत की तीसरी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं.
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तन्वी ने चीन की खिलाड़ी को कैसे दी मात ?
तन्वी ने क्वार्टर फाइनल में जापान की साकी मात्सुमोतो को 13-15, 15-9, 15-10 से हराकर सेमीफाइनल में कदम रखा था. इसके बाद उन्होंने जुनियर एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाली चीन की लियू सी या को कोर्ट में टिकने नहीं दिया. तन्वी ने पहले गेम में ही क्रॉस कोर्ट स्किल का बेजोड़ नमूना पेश किया और 7-3 से लीड ले ली थी. इसके बाद चीनी खिलाड़ी ने स्कोर को 7-8 किया लेकिन तन्वी ने वापसी करते हुए पहले गेम को 15-11 से जीता. 13 मिनट में पहला गेम जीतने के बाद तन्वी ने दूसरे गेम में भी दबदबा बनाए रखा और चीनी शटलर को सेट नहीं होने दिया. जिससे तन्वी ने 15-9 से दूसरा गेम जीतने के साथ कमाल कर दिया.
तन्वी के पास इतिहास बनाने का गोल्डन चांस
तन्वी के पास अब जूनियर वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने का सुनहरा मौका है. तन्वी अगर जूनियर वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतती हैं तो वह साइना नेहवाल (2008) के बाद ऐसा करने वाली दूसरी महिला बैडमिंटन प्लेयर बन जायेंगी. जबकि फाइनल मुकाबला साल 1996 में अपर्णा पोपट ने भी खेला लेकिन उनको सिल्वर से संतोष करना पड़ा था.
तन्वी का फाइनल में किससे होगा सामना ?
16 साल की उम्र में तन्वी पहली ही इस साल एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी हैं और अब वह मेडल का रंग बदलती नजर आएंगी. तन्वी का फाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त थाईलैंड की अन्यापत फिचितप्रीचासाक से मुकाबला होगा, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए हमवतन यातावीमिन केटक्लिएंग को 10-15, 15-11, 15-5 से हराया.
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