Gautam Gambhir : भारत के लिए दो बार वर्ल्ड कप जीतने वाले गौतम गंभीर को अब टीम इंडिया का नया हेड कोच बनाया जा चुका है. गंभीर की निगरानी में टीम इंडिया पहली बार श्रीलंका दौरे से आगाज करेगी. जिसकी शुरुआत 27 जुलाई से होने वाली तीन मैचों की टी20 सीरीज से होगी. गंभीर मैदान के अंदर जितने आक्रामक तेवर में रहते हैं. मैदान के बाहर भी वह अपने बेबाक बयानों के चलते चर्चा में बने रहते हैं. टीम इंडिया का हेड कोच बनने के बाद भी गंभीर का यही रूप देखने को मिलने वाला है. इससे पहले जानते हैं गंभीर के वो पांच सबसे बड़े बयान. जिससे भारतीय क्रिकेट में मची खलबली.
युवराज सिंह को बताया भारत का महान बल्लेबाज
सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुनील गावस्कर जैसे बल्लेबाजों को दरकिनार करके गौतम गंभीर ने युवराज सिंह को भारत का महान बल्लेबाज चुना तो फैंस को ये चीज कई रास नहीं आई थी.
तम्बाकू उत्पाद पर गंभीर का निशाना
भारत के महान खिलाड़ी कपिल देव, सुनील गावस्कर और वीरेन्द्र सहवाग तम्बाकू उत्पाद का विज्ञापन करते नजर आए थे. उनको लेकर गंभीर ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि घृणित और निराशाजनक. इसलिए मैं कहता हूं कि अपने रोल मॉडल को सावधानी से चुनें. किसी की पहचान उसके नाम से नहीं, बल्कि उसके काम से होती है. करोड़ों बच्चे देख रहे हैं. पैसा इतना भी महत्वपूर्ण नहीं है कि आप पान मसाला का विज्ञापन करने लगे.
गंभीर ने आगे कहा,
सचिन तेंदुलकर को 20 से 30 करोड़ का ऑफर मिला था लेकिन उन्होंने फिर भी इसका विज्ञापन करने से मना कर दिया. क्योंकि उन्होंने अपने पिता से वादा किया था कि वह इस तरह की चीजों का कभी प्रचार नहीं करेंगे.
कप्तानी पर गंभीर का विस्फोटक बयान
गौतम गंभीर की कप्तानी में केकेआर ने दो बार आईपीएल का खिताब जीता. लेकिन गंभीर ने कभी अपनी कप्तानी को टीम के आगे नहीं आने दिया. गंभीर ने कप्तानी पर कहा था कि एक कप्तान उतना ही अच्छा होता है जितनी उसकी टीम होती है. कप्तान के लिए एक अच्छी टीम का होना बहुत ज़रूरी है.
गंभीर ने शास्त्री पर साधा निशाना
रवि शास्त्री ने जब अपनी कोचिंग और विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया को इतिहास की सबसे बेस्ट भारतीय टीम बताया. इस पर गंभीर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि एक बात मुझे हैरानी भरी लगी कि जब आप अच्छा करते हैं तो इसके बारे में शेखी नहीं बघारते. अगर दूसरे इसके बारे में बात करते हैं तो ये ठीक है. जब हमने 2011 वर्ल्ड कप जीता था तो किसी ने ये नहीं कहा था कि ये दुनिया की बेस्ट टीम है. देश की तो बात ही नहीं करना चाहता. मैं मानता हूं कि आपने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में जीता. लेकिन बाकियों को इसकी तारीफ़ करने दे. राहुल द्रविड़ कभी ऐसा नहीं कहेंगे, चाहीं टीम इंडिया अच्छे करे या फिर बुरा. इसका असर बाकी खिलाड़ियों पर पड़ता है.
ये भी पढ़ें :-
विराट कोहली-रोहित शर्मा कब लेंगे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ? भारतीय खिलाड़ी ने दिया ये जवाब