भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच इंदौर में खेला गया. जिसमें टीम इंडिया को ढाई दिन के भीतर ही ऑस्ट्रेलिया के सामने 9 विकेट से हार झेलनी पड़ी. इस तरह भारत की हार के बाद सबसे पहले पिच पर गाज गिरी. आईसीसी ने इंदौर की पिच को डिमेरिट अंक दिया. जिसके बाद स्पोर्ट्स तक को जानकारी मिली है कि बीसीसीआई अब आईसीसी को इंदौर की पिच पर अपील करते हुए बड़ा फैसला ले सकती है.
बीसीसीआई के एक सूत्र ने स्पोर्ट्स तक से बातचीत में कहा कि बीसीसीआई इंदौर पिच को लेकर आश्वस्त है और जल्द ही आईसीसी को इसका जवाब देने की तैयारी चल रही है. हम भी उसी तरह से सोच रहे हैं. हम अपनी संबंधित टीम से विचार व्यक्त करेंगे और तय करेंगे कि क्या किया जाना चाहिए क्योंकि अभी तक इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
इंदौर टेस्ट मैच में क्या हुआ ?
इंदौर टेस्ट मैच की बात करें तो पहले दिन जहां स्पिन की मुरीद पिच पर 14 विकेट गिरे तो इसके बाद दूसरे दिन इस पिच पर 16 विकेट गिरे. जबकि स्पिनर्स ने 31 विकेटों में से 26 विकेट अपने नाम किए. जबकि चार विकेट ही केवल तेज गेंदबाज ले सके. इस तरह टेस्ट क्रिकेट के पैमाने पर खरी ना उतरने वाली पिच को आईसीसी ने तीन डिमेरिट अंक दिए.
14 दिन का बीसीसीआई को दिया गया था समय
आईसीसी के मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने रिपोर्ट में लिखा, 'पिच काफी सूखी थी. इससे बल्ले और गेंद के बीच संतुलन नहीं मिला. शुरुआत से ही स्पिनर्स को ही मदद मिली. मैच की पांचवीं गेंद से पिच टूट गई और आगे भी ऐसा होता रहा. इस पिच से तेज गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिली और पूरे मैच के दौरान असमान व जरूरत से ज्यादा उछाल मिला.' आईसीसी के इसी फैसले पर बीसीसीआई को अपील करने के लिए 14 दिन का समय दिया गया था. जिस पर अब बीसीसीआई जल्द ही फैसला ले सकती है.
डिमेरिट अंक मिलने से क्या होता है ?
वहीं आईसीसी पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रोसेस के तहत अगर किसी मैदान को पांच साल के दौरान पांच या इससे ज्यादा डिमेरिट पॉइंट मिलते हैं तो 12 महीने तक वहां पर कोई इंटरनेशनल मैच नहीं हो पाता.
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