अहमदाबाद टेस्ट में भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) की प्लेइंग इलेवन में विकेटकीपर में तब्दीली देखने को मिल सकती है. केएस भरत (KS Bharat) बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में अभी तक बल्ले से कमाल नहीं कर पाए हैं. अहमदाबाद के मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम की अपेक्षाकृत बल्लेबाजों के लिए अनुकूल मानी जा रही पिच को देखते हुए भारतीय टीम प्रबंधन चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के लिए झारखंड के विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन (Ishan Kishan) को प्लेइंग इलेवन में उतार सकता है.
भरत को पिछले एक साल से ऋषभ पंत के बैकअप के रूप में तैयार किया जा रहा था. वह भारत ए टीम के नियमित सदस्य रहे. वह हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले तीन टेस्ट मैचों की पांच पारियों में 8, 6, नाबाद 23, 17 और 3 का स्कोर ही बना पाए.धीमे और टर्न लेते विकेटों पर उनकी विकेटकीपिंग हालांकि प्रभावशाली रही. यह अलग बात है कि इंदौर में वह कुछ गेंदों पर गच्चा खा गए थे. लेकिन पांच पारियों में केवल 57 रन बनाना भारतीय टीम के लिए फायदे का सौदा नहीं रहा है वह भी तब जबकि भारतीय बल्लेबाज टर्निंग पिचों पर रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं.
7 मार्च को किशन ने नहीं की प्रैक्टिस
मंगलवार (7 मार्च) को नेट पर अभ्यास के दौरान मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने किशन के साथ काफी समय बिताया. भारतीय टीम का नेट सत्र हालांकि टीम प्रबंधन की सोच को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित नहीं करता. मंगलवार को वैकल्पिक अभ्यास सत्र में भरत को आराम दिया गया था. उनके हालांकि बुधवार(8 मार्च) को अभ्यास सत्र में भाग लेने की संभावना है.
ऑफ स्पिन है किशन की कमजोरी
मोटेरा का विकेट बल्लेबाजी के लिए अनुकूल दिखता है और यदि उसमें उछाल भी होती है तो वह किशन की आक्रामक शैली की बल्लेबाजी के अनुकूल ही होगा और ऐसे में टीम प्रबंधन उन्हें मौका दे सकता है. ऑस्ट्रेलिया की टीम में दो ऑफ स्पिनर का होना ही किशन के खिलाफ जाता है क्योंकि उन्हें बाहर की तरफ टर्न होती गेंदों को खेलने में परेशानी होती है. लेकिन ऐसा लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में हुआ है जहां उन्हें शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाना पड़ता है.
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