ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर इयान हीली (Ian Healy) नहीं चाहते कि पैट कमिंस (Pat Cummins) लंबे समय तक कप्तानी का बोझ उठाते रहें क्योंकि उनका मानना है कि इस अत्यधिक दबाव वाली भूमिका से उनके खेल पर उल्टा प्रभाव पड़ सकता है. हीली ने कहा कि वह चाहते हैं कि ऑस्ट्रेलिया का यह तेज गेंदबाज अपनी गेंदबाजी पर ध्यान केंद्रित करें और एक तेज गेंदबाज के तौर पर ही अपने करियर का अंत करे. कमिंस नवंबर 2021 से ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम के कप्तान हैं और पिछले साल से वनडे टीम के कप्तान की भूमिका भी निभा रहे हैं. यही नहीं वह टी20 टीम की कप्तानी हासिल करने की दौड़ में भी सबसे आगे हैं.
हीली ने सेन रेडियो से कहा, ‘मैं नहीं चाहता कि वह लंबे समय तक कप्तानी का बोझ उठाए रखे. मैं चाहता हूं कि वह एक तेज गेंदबाज के रूप में अपने करियर का अंत करे. कप्तानी के दबाव से थकान पैदा होती है और चार से पांच साल कप्तानी के लिए काफी लंबा समय है.’
भारत में बिगड़े कमिंस के आंकड़े
भारत आने से पहले कमिंस को कप्तान के रूप में केवल एक टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा था. भारत से हालांकि ऑस्ट्रेलिया को नागपुर और दिल्ली में खेले गए पहले दो टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा जिससे उसने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी भी गंवा दी. कमिंस अपनी मां के बीमार होने के कारण एक मार्च से इंदौर में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे और उनकी जगह स्टीव स्मिथ कप्तानी का जिम्मा संभालेंगे.
हीली ने कहा, ‘वह टेस्ट कप्तान के रूप में पहले ही कुछ साल बिता चुके हैं. मैं चाहता हूं कि कप्तानी का जिम्मा कोई और संभाले और वह एक तेज गेंदबाज के रूप में अपने करियर का अंत करे.’
कौन बनना चाहिए ऑस्ट्रेलिया का कप्तान?
हीली ने कमिंस के उत्तराधिकारी के रूप में ट्रेविस हेड और ग्लेन मैक्सवेल को चुना. उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि ट्रेविस हेड काफी सक्षम है. जब वह 21 साल का था तब से दक्षिण ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी संभाल रहा है और उसे अच्छा अनुभव है. ग्लेन मैक्सवेल जैसे खिलाड़ी को भी कुछ समय के लिए यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है लेकिन अगर लंबी अवधि के कप्तान का चयन करना है तो मैं ट्रेविस हेड से इतर किसी के बारे में नहीं सोच सकता.’
ये भी पढ़ें
Women's T20 World Cup: टीम इंडिया क्यों नहीं जीत पा रही वर्ल्ड कप, सामने आई चार बड़ी वजह
रोहित शर्मा पर कपिल देव का बड़ा बयान, 'वो मोटे हैं और कप्तान के लिए ये शर्म की बात है'