भारत ने चौथी बार वर्ल्ड कप के फाइनल में एंट्री कर ली है. मुंबई के वानखेड़े में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 70 रन से हरा दिया. इस जीत में सबसे अहम योगदान विराट कोहली, श्रेयस अय्यर और मोहम्मद शमी का रहा. विराट और अय्यर ने शतक जमा कीवी टीम को 398 रन का लक्ष्य दिया जबकि शमी के 7 विकेटों की बदौलत भारतीय टीम ने मैच पर कब्जा कर लिया. विराट और शमी शुरुआत से धांसू प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अय्यर के साथ ऐसा नहीं था. अय्यर ने टूर्नामेंट के शुरुआती मुकाबलों में इतना खराब प्रदर्शन किया था कि भारतीय फैंस इस बल्लेबाज और मैनेजमेंट पर सवाल उठाने लगे थे. अय्यर शुरुआत में बिल्कुल रन नहीं बना पा रहे थे जिसके बाद फैंस ने नाराजगी जाहिर कर कहा था कि, इस बल्लेबाज को क्यों टीम में रखा गया है.
लगातार फेल होने के बाद ठोके दो शतक
अय्यर सबसे पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे. इसके बाद अफगानिस्तान के खिलाफ इस बल्लेबाज ने 25 रन और पाकिस्तान के खिलाफ अय्यर के बल्ले से 53 रन निकले थे. लेकिन बांग्लादेश के खिलाफ ये बल्लेबाज फिर फ्लॉप रहा और 19 रन बनाकर चलता बना. धर्मशाला के मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ भी अय्यर सिर्फ 33 रन ही बना पाए थे. लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ जब इस बल्लेबाज ने 4 रन बनाए तब जाकर फैंस गुस्सा करने लगे. लेकिन श्रीलंका के खिलाफ अय्यर ने 82 रन ठोक फैंस को राहत दी. इसके बाद अय्यर ने रुकने का नाम नहीं लिया. साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस बल्लेबाज ने 77 रन ठोके और फिर नीदरलैंड्स के खिलाफ शतक ठोक फॉर्म वापसी का संकेत दे दिया. अय्यर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 70 गेंद पर 105 रन ठोके. अपनी पारी में इस बल्लेबाज ने 8 चौके और 9 छक्के लगाए.
कोच और कप्तान के सपोर्ट से अय्यर ने किया कमाल
मैच के बाद अय्यर ने कहा कि, कप्तान और कोच मुझे सपोर्ट कर रहे थे. मेरे लिए वर्ल्ड कप की शुरुआत बेहद खराब हुई थी. लेकिन द्रविड़ और रोहित ने मुझे साफ कहा था कि तुम्हें बाहरी शोर सुनने की जरूरत नहीं है. हम तुम्हें सपोर्ट कर रहे हैं. बस तुम्हें क्रीज पर पहुंचकर अपना काम करना है. वहीं दबाव को लेकर अय्यर ने कहा कि, अगर सच बताऊं तो जब दबाव होता है तो आप नर्वस महसूस करते हो. लेकिन ये भी अजीब है कि आप इतने लोगों के सामने खेलते हो कि अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते तो ये सब आपको और आत्मविश्वास देते हैं.
बुमराह की बदौलत मैं कर पा रहा हूं अच्छी बल्लेबाजी
अय्यर ने नेट सेशन में अभ्यास पर बात करते हुए कहा कि, नेट्स में काफी तगड़ी गेंदबाजी के आगे हम अभ्यास करते हैं. हम इस दौरान सबसे मुश्किल गेंदबाजों का सामना करते हैं. जब बुमराह नई गेंद पकड़े हैं तो मैं उन्हें खेलता हूं. मुझे पता होता है कि ये मुश्किल है. लेकिन फिर मैच में आपको इससे मदद मिलती है.
ये भी पढ़ें:
IND vs NZ : केन विलियमसन का कैच छोड़ने पर बोले मोहम्मद शमी, कहा- उसके बाद मुझे बुरा...
रोहित- द्रविड़ नहीं होते तो मैं ऐसा नहीं खेल पाता, श्रेयस अय्यर बोले- नेट्स में इस गेंदबाज के चलते मुझे बैटिंग में मिली कामयाबी
वर्ल्ड कप में शमी की घातक गेंदबाजी का क्या है राज, मैच का बाद किया खुलासा, बोले- मैं आज भी...