भारत और श्रीलंका के बीच पहला वनडे मुकाबला टाई होने के बाद चरिथ असालंका की टीम ने दूसरे वनडे में जोरदार खेल दिखाया और 32 रन से जीत हासिल कर ली. 241 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारतीय बल्लेबाज पूरी तरह बैकफुट पर नजर आए. रोहित शर्मा के 64 रन और अक्षर पटेल के 44 रनों के अलावा और कोई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाया और पूरी टीम 208 रन पर ढेर हो गई. श्रीलंका की तरफ से जिस एक गेंदबाज ने अकेले दम पर पूरा पासा पलटा वो जेफ्री वांडरसे थे. इस गेंदबाज ने अकेले दम पर भारत के 6 बल्लेबाजों को आउट किया और श्रीलंका की झोली में जीत डाल दी. मैच में केएल राहुल और शिवम दुबे बिना खाता खोले आउट हो गए.
टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर की खुली पोल
भारतीय बल्लेबाजी की बात करें तो टीम की तरफ से कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल पारी की शुरुआत करने आए. रोहित ने तेजी से रन बटोरने शुरू कर दिए. दोनों ही खिलाड़ियों के बीच 97 रन की ओपनिंग साझेदारी हुई. लेकिन तेजी से खेलने के चक्कर में रोहित अपना विकेट गंवा बैठे. रोहित ने 44 गेंद पर 64 रन ठोके. अपनी पारी में इस बल्लेबाज ने 5 चौके और 4 छक्के लगाए. रोहित के आउट होने के बाद क्रीज पर विराट आए और आते ही LBW आउट हो गए. लेकिन DRS ने उन्हें बचा लिया जिसके बाद श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने काफी विवाद भी खड़ा किया. हालांकि रोहित के जाते ही गिल भी 44 गेंद पर 35 रन बना आउट हो गए. 116 पर गिल गए और फिर 123 रन पर विराट जीवनदान का फायदा नहीं ले पाए और 14 रन बनाकर जेफ्री वांडरसे का शिकार हो गए. तीनों ही बल्लेबाजों को जेफ्री आउट कर चुके थे.
दुबे फ्लॉप- अक्षर हिट, जेफ्री का धमाका
शिवम दुबे से फिर बड़ी पारी की उम्मीद थी लेकिन उन्होंने घुटने टेक दिए और बिना खाता खोले ही आउट हो गए. उनका विकेट भी जेफ्री ने ही लिया. इससे पहले श्रेयस अय्यर ने घुटने टेके जब जेफ्री ने उन्हें भी 7 रन पर चलता कर दिया. टीम को दोनों ही बल्लेबाजों से मिडिल ऑर्डर में रन की उम्मीद थी लेकिन दोनों ही फ्लॉप हो गए. पंत की जगह टीम में खेल रहे केएल राहुल से भी रन की दरकार थी लेकिन वो भी बिना खाता खोले आउट हो गए. जेफ्री वांडरसे अपनी गेंदों से ऐसा धावा बोल रहे थे कि कोई भी भारतीय बल्लेबाज उनका सामना नहीं कर पा रहा था. इसका नतीजा ये रहा कि राहुल को आउट करते ही उन्होंने अकेले ही भारत के 6 बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया था.
टीम इंडिया ने 147 के स्कोर पर कुल 6 विकेट गंवा दिए थे. ऐसे में अब पूरा जिम्मा अक्षर पटेल और वाशिंगटन सुंदर पर था. दोनों ही बेहद संभलकर खेल रहे थे. भारत को अभी भी जीत के लिए 27 ओवरों में 94 रन की जरूरत थी. इस समय तक श्रीलंका का और कोई भी गेंदबाज विकेट नहीं ले पाया था. अंत में भारतीय टीम को 19 ओवरों में 61 रन बनाने थे और श्रीलंका को जीत के लिए सिर्फ 4 विकेटों की जरूरत थी. ऐसे में श्रीलंकाई टीम सेट बल्लेबाज अक्षर पटेल को आउट करने में कामयाब हुई और भारत को 7वें झटका लगा. अक्षर पटेल ने 44 गेंद पर 44 रन ठोके. भारतीय टीम को अब 90 गेंदों पर 51 रन की जरूरत थी. भारतीय टीम हार की कगार पर पहुंच चुकी थी क्योंकि वाशिंगटन सुंदर भी सिर्फ 15 रन बनाकर आउट हो गए. असालंका ने इसके बाद मोहम्मद सिराज को भी पवेलियन भेज श्रीलंका को जीत की तरफ ढकेल दिया. अंत में अर्शदीप सिंह के रनआउट ने श्रीलंका को मैच पर 32 रन से कब्जा करवा दिया. श्रीलंका की तरफ से जेफ्री ने 6 और चरिथ असालंका ने 3 विकेट लिए.
श्रीलंका ने ठोके थे 240 रन
श्रीलंका ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. लेकिन मोहम्मद सिराज ने पाथुम निसांका को बिना खाता खोले ही पवेलियन भेज दिया. श्रीलंकाई टीम को पहली ही गेंद पर बड़ा झटका लगा. लेकिन इसके बाद अविष्का फर्नांडो और विकेटकीपर बल्लेबाज कुसल मेंडिस ने मिलकर पारी को संभाला दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 74 रन की साझेदारी की. लेकिन 17वें ओवर में फर्नांडो को वाशिंगटन सुंदर ने 40 रन पर आउट कर दिया. इस बल्लेबाज ने सिर्फ 5 चौके ठोके. अब क्रीज पर मेंडिस का साथ देने सदीरा समाराविक्रमा आए लेकिन अक्षर पटेल ने उन्हें 30 रन पर पवेलियन भेज दिया.
111 पर टीम को तीसरा झटका लगा और फिर 136 पर टीम ने चौथा विकेट गंवाया जब जनिथ लियानेगा सिर्फ 12 रन बनाकर कुलदीप यादव का शिकर हो गए. भारतीय गेंदबाजों को लग रहा था कि वो श्रीलंकाई टीम को कम स्कोर पर ढेर कर देंगे लेकिन दुनिथ वेलालागे और कामिंदु मेंडिस ने 39 और 40 रन ठोके टीम के स्कोर को 200 के पार पहुंचा दिया. वेलालागे तो आउट हो गए और मेंडिस रन आउट हो गए. इस तरह श्रीलंकाई टीम ने पूरे 50 ओवर खेले और 9 विकेट गंवा 240 रन ठोके. भारत की तरफ से मोहम्मद सिराज ने 1, अक्षर पटेल ने 1, कुलदीप यादव ने 2 और वाशिंगटन सुंदर ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए.
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