बीते दिन बीसीसीआई (BCCI) ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के शुरुआती दो टेस्ट के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया, जिसमें 22 साल के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) को पहली बार टीम में शामिल किया गया. जुरेल खेल के मैदान पर अंग्रेजों से टकराने के लिए पूरी तरह से तैयार है. उनके पिता ने कारगिल युद्ध में पाकिस्तान के छक्के छुड़ाए थे, अब जुरेल क्रिकेट के मैदान पर अंग्रेजों का दम निकालने की तैयारी कर रहे हैं. पांच मैचों की सीरीज का आगाज 25 जनवरी से होगा. जुरेल फिलहाल इंडिया ए के साथ अहमदाबाद में हैं. टीम इंग्लैंड लायंस के खिलाफ अनऑफिशियल दो दिवसीय टेस्ट मैच खेल रही है.
जरेल को अपने बर्थडे से ठीक पहले तोहफा मिल गया. 21 जनवरी को पूरे 23 साल के होने वाले जुरेल ने आर्थिक परेशानी और सपोर्ट की कमी के चलते 14 साल की उम्र में लगभग क्रिकेट छोड़ ही दिया था, मगर वो क्रिकेट से दूर नहीं रह पाए. जुरेल के शुरुआत से ही दो टारगेट रहे. पहला तो वो क्रिकेट में बड़ा करना चाहते थे. दूसरा, उनके लिए इस बात को सुनिश्चित करना अहम था कि उनकी मां का त्याग बर्बाद ना हो. जुरेल के पिता नेम सिंह कारगिल का युद्ध लड़ चुके हैं. वो कारगिल में भारत को मिली जीत का हिस्सा थे. वो चाहते थे कि उनका बेटा उनकी तरह ही आर्मी जॉइन करें. वो जुरेल के क्रिकेट खेलने के खिलाफ थे. जब जुरेल 14 साल के थे तो उन्होंने आर्थिक तंगी के चलते पिता से क्रिकेट किट ना मिलने पर घर से भागने की धमकी दे दी थी. ऐसे में उनकी मां ने स्थिति संभाली और बेटे के सपने के लिए उन्होंने अपनी सोने की चेन बेचकर पैसों का इंतजाम किया.
उधार लेकर पिता ने दिलाया बैट
जुरेल की क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी एक कैंप के दौरान बढ़ी. वो आर्मी स्कूल में पढ़ते थे. स्कूल की छुटि्टयों में उन्होंने कैंप के बारे में सोचा. वो स्टेडियम में तैराकी सीखने के लिए गए थे. जहां कुछ बच्चे क्रिकेट क्रिकेट खेलने आए थे. जुरेल ने भी लगे हाथ तैराकी के साथ क्रिकेट का फॉर्म भर दिया. उन्होंने शुरुआत में तो अपने पिता से इस बात को छुपाया, मगर खुलासा होने के बाद उन्हें खूब डांट भी पड़ी. हालांकि फिर उनके पिता मान गए. इतना ही नहीं उन्होंने पैसे उधार लेकर बैट भी दिलाया. इसके बाद जुरेल ने क्रिकेट किट की मांग की थी, जिसके लिए उनकी मां को अपनी चेन बेचनी पड़ी थी और अब जुरेल ने अपने माता पिता के त्याग को सफलता में बदल दिया है.