हार्दिक पंड्या की मुंबई इंडियंस आईपीएल 2024 में लगातार तीसरा मैच हार गई. गुजरात टाइटंस से मुंबई में आए पंड्या की कप्तानी की जमकर आलोचना हो रही है. रोहित शर्मा की जगह टीम के कप्तान बने पंड्या अभी तक खुद को साबित नहीं कर पाए हैं. मुंबई ने गुजरात टाइटंस और सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों शुरुआती दोनों मैच घर के बाहर गंवाए. जिसके बाद अब घर में राजस्थान रॉयल्स के हाथों भी हार का सामना करना पड़ा. मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के बीच वानखेड़े में आईपीएल के इस सीजन का 14वां मुकाबला खेला गया था.
मुंबई का ये इस सीजन घर में पहला मैच था, मगर वो घर में भी जीत की पटरी पर नहीं लौट सकी. पहले बैटिंग करते हुए मुंबई की टीम 9 विकेट पर 125 रन ही बना पाई. 126 रन के आसान टारगेट को राजस्थान ने 15.3 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. मुंबई की बैटिंग, फील्डिंग और गेंदबाजी बुरी तरह से फ्लॉप रही. स्टार खिलाड़ी बुरी तरह से पिटे. एक खिलाड़ी को छोड़कर कोई लड़ता हुआ नजर नहीं आया. मुंबई के लिए सिर्फ एक खिलाड़ी ने पूरा जोर लगाया, जिस पर पंड्या ने शुरुआती दो मैचों में यकीन तक नहीं किया था.
मधवाल के बड़े शिकार
आकाश मधवाल वो नाम है, जो मुंबई की तरफ से लड़ते नजर आए. उन्होंने मुकाबले में टीम की वापसी के लिए पूरा जोर लगा दिया था, मगर उन्हें बाकी गेंदबाजों का साथ नहीं मिला. मधवाल ने 4 ओवर में 20 रन देकर तीन विकेट लिए थे. जॉस बटलर, राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन और आर अश्विन का उन्होंने शिकार किया था. उनकी गेंदबाजी के चलते एक समय राजस्थान की टीम मुश्किल में पड़ गई थी, मगर टारगेट बड़ा ना होने की वजह से राजस्थान को जीत हासिल करने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई.
पंड्या ने मधवाल पर नहीं किया था यकीन
आकाश मधवाल की गेंदबाजी के बाद पंड्या की कप्तानी की आलोचना हो रही है, क्योंकि पंड्या ने उन्हें शुरुआती दो मैचों में मौका नहीं दिया था. पंड्या ने उन्हें बेंच पर ही बैठाए रखा था, मगर राजस्थान के खिलाफ उन्हें शम्स मुलानी की जगह मौका दिया. मुलानी गुजरात और हैदराबाद के खिलाफ काफी महंगे साबित हुए थे. गुजरात के खिलाफ तो उन्होंने तीन ओवर में 24 रन दे दिए थे और उन्हें एक भी सफलता नहीं मिली थी. पहले मुकाबले में खराब प्रदर्शन के बावजूद पंड्या ने मधवाल की बजाय मुलानी को ही हैदराबाद के खिलाफ उतारा और उनका ये फैसला काफी गलत साबित हुआ. हैदराबाद के खिलाफ तो मुलानी ने 2 ओवर में 33 रन लुटा दिए थे. लगातार दो मैच में फैसला गलत साबित होने के बाद पंड्या ने तीसरे मैच में मधवाल को चुना. मधवाल ने खुद को साबित भी किया, मगर मुंबई के बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के चलते वो मुंबई को जीत नहीं दिला पाए.
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