बात 2011 की है. मोहली के मैदान पर पंजाब किंग्स (पहले किंग्स इलेवन पंजाब) और चेन्नई सुपर किंग्स की टीम आमने सामने थी. चेन्नई ने 189 रन का टारगेट दिया था. पंजाब के लिए इस टारगेट को हासिल करना मुश्किल लग रहा था, मगर 27 साल के सलामी बल्लेबाज ने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया. उस बल्लेबाज का उस मुकाबले में तूफान आया. 63 गेंदों पर नॉटआउट 120 रन ठोककर पंजाब को 5 गेंद पहले एमएस धोनी की टीम के खिलाफ 6 विकेट से जीत दिला दी. इसके बाद उस सीजन उस बल्लेबाज का बल्ला गरजा, मगर फिर वो खिलाड़ी गुमनामी के अंधेरे में खो गया. आज शायद ही किसी को उस बल्लेबाज का नाम याद हो.
पॉल चंद्रशेखर वलथाटी...उस तूफान का यही नाम था. इसी नाम से उस दौर में आईपीएल में गेंदबाज खौफ खाते थे, मगर इस खिलाड़ी की आईपीएल में चमक चार दिन की चांदनी ही साबित हुई. 2009 में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से आईपीएल में डेब्यू करने वाले वलथाटी ने साल 2011 में पंजाब के लिए 14 मैचों में कुल 463 रन ठोके थे, जिसमें एक सेंचुरी और दो फिफ्टी शामिल थी. उस सीजन उन्होंने 56 चौके और 20 छक्के लगाए थे.
50 हजार रुपये में फ्रेंचाइजी ने खरीदा
इसके बाद वलथाटी 2012 और 2013 में भी आईपीएल में नजर आए, मगर वो अपनी चमक खो चुके थे. 2012 में वो 6 मैचों में 30 रन और 2013 में एक मैच में सिर्फ 6 रन ही बना पाए. 2013 में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच उनका आखिरी आईपीएल मैच साबित हुआ. इसके बाद फिर कभी आईपीएल में पॉल चंद्रशेखर वलथाटी नाम सुनाई नहीं दिया. आईपीएल से बाहर होने के बाद वो एयर इंडिया के लिए क्रिकेट खेलने लग गए. स्पोर्ट्स कोटे से उन्हें जॉब मिली. मार्च 2018 में छह फ्रेंचाइजियों की मुंबई टी20 लीग में वलथाटी को मौका मिला. मुंबई साउथ सेंट्रल ने 50 हजार रुपये में उन्हें अपने साथ जोड़ा. वो डेवलपमेंटल प्लेयर्स ब्रैकेट में थे, जिस वजह से उन्हें सबसे कम सैलेरी मिलती थी.
आंख की चोट से करियर प्रभावित
वलथाटी पार्थिव पटेल और इरफान पठान के साथ अंडर 19 वर्ल्ड कप 2002 में भारतीय स्क्वॉड का हिस्सा थे, जहां बांग्लादेश के खिलाफ मैच के दौरान उनकी दाई आंख पर चोट लग गई, जिससे उनका करियर भी प्रभावित हुआ. उस चोट से उनका रेटिना प्रभावित हुआ था. उनका करियर लगभग खत्म हो गया था. कई लेजर सर्जरी के कारण उनका विजन तो सुधरा, मगर उनकी आंख पूरी तरह से ठीक नहीं हुई. करीब चार साल क्रिकेट से दूर रहने के बाद 2006 में मुंबई के लिए लिस्ट ए मैच खेलने का मौका मिला. इसके बाद 2009 में उनकी आईपीएल में एंट्री हुई, जहां 2011 सीजन उनके लिए यादगार साबित हुआ .
पॉल वलथाटी का पूरा करियर
फॉर्मेट | मैच | बैटिंग (रन) | विकेट |
फर्स्ट क्लास | 5 | 120 | 1 |
लिस्ट ए | 4 | 74 | 1 |
टी20 | 34 | 778 | 11 |
पॉल वलथाटी का आईपीएल में प्रदर्शन
सीजन | मैच | बैटिंग (रन) | विकेट |
2009 | 2 | 6 | 0 |
2011 | 14 | 463 | 7 |
2012 | 6 | 30 | 0 |
2013 | 1 | 6 | 0 |
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