जून 2016, वो साल, जब करुण नायर ने हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे मैच से भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया. साल 2017, महीना मार्च, ये वो साल है, जिसके बाद वो टीम इंडिया की जर्सी पहनने के लिए तरस गए. इसके बाद तो टीम इंडिया ने उनसे ऐसे मुंह फेरा कि आज तक उनकी तरफ नहीं देखा, मगर टॉप ऑर्डर बल्लेबाज करुण नायर ने भी हार नहीं मानी और अब तो उन्होंने रनों का ढेर लगाकर हुंकार भर दी.
फाइनल में भी विस्फोटक पारी
नायर की कप्तानी वाली टीम मैसूर वॉरियर्स ने महाराजा टी20 ट्रॉफी जीती. फाइनल में मैसूर ने बेंगलुरु ब्लास्टर्स को हराया. फाइनल में भी नायर का बल्ला खूब चला और उन्होंने 45 गेंदों पर 66 रन की विस्फोटक पारी खेलकर टीम को चैंपियन बनाया. नायर की विस्फोटक पारी के दम पर मैसूर ने 20 ओवर में 4 विकेट पर 207 रन बनाने थे, जिसके जवाब में बेंगलुरु की टीम 8 विकेट पर 162 रन ही बना पाई.
टूर्नामेंट में करुण नायर की शुरुआत काफी खराब हुई थी, मगर शुरुआती दो मैचों में फ्लॉप रहने के बाद उन्होंने शानदार वापसी की और इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाए. नायर का इस टूर्नामेंट में स्कोर 18, 14, 66,124*, 66,45, 0, 13, 80*, 64, 4, 66 का रहा. नायर ने भारत के लिए खेले 6 टेस्ट मैचों में एक सेंचुरी समेत कुल 374 रन बनाए. उन्होंने अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में तिहरा शतक जड़ा था. उन्होंने नॉटआउट 303 रन की पारी खेली थी. वहीं दो वनडे में उनके नाम 46 रन है.
ये भी पढ़ें
हरभजन सिंह ने बताया धोनी और रोहित शर्मा की कप्तानी का सबसे बड़ा अंतर, बोले- माही कभी भी...