रवींद्र जडेजा टीम इंडिया में वापसी से पहले बने कप्तान, 6 महीने बाद क्रिकेट खेलने के लिए जमकर बहाया पसीना

रवींद्र जडेजा टीम इंडिया में वापसी से पहले बने कप्तान, 6 महीने बाद क्रिकेट खेलने के लिए जमकर बहाया पसीना

भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा मंगलवार (24 जनवरी) से चेन्नई में तमिलनाडु के खिलाफ होने वाले सौराष्ट्र के अंतिम रणजी ट्रॉफी लीग मुकाबले में टीम की कप्तानी करेंगे. इस मैच के साथ लगभग छह महीने बाद उनकी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी होगी. सौराष्ट्र की टीम नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई करने की दहलीज पर है लेकिन अगले महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली चार टेस्ट की सीरीज से पहले सभी की नजरें जडेजा की वापसी पर टिकी होंगी. यह चार दिन का मुकाबला रवींद्र जडेजा के लिए फिटनेस परीक्षण की तरह होगा. अगर मैच की पूर्व संध्या पर नेट सत्र को संकेत माना जाए तो इस 34 साल के खिलाड़ी के इसमें आसानी से सफल होने की उम्मीद है.

फिटनेस से जुड़े सभी मानकों को परखने वाला जीपीएस ट्रैकर पहनकर जडेजा ने 30 मिनट तक बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी की और फिर लगभग इतना ही समय बल्ले के साथ बिताया. जडेजा पर नजर रखने के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) का एक ट्रेनर भी चेन्नई में मौजूद है. अगस्त में एशिया कप में अपना पिछला प्रतिस्पर्धी मुकाबला खेलने के बाद जडेजा का घुटने का ऑपरेशन हुआ था. सौराष्ट्र के कोच नीरज ओडेड्रा ने पीटीआई को बताया कि टीम के साथ अपने पहले ट्रेनिंग सत्र के दौरान जडेजा ऊर्जा से भरे हुए थे.

कोच ने कहा, ‘इस मैच के लिए जयदेव उनादकट को आराम दिया गया है इसलिए हमने उससे पूछा कि क्या वह टीम की अगुआई कर सकता है और वह खुशी से तैयार हो गया है. वह सौराष्ट्र की ओर से खेलने में काफी गर्व महसूस करता है और चाहता है कि टीम में शामिल सभी खिलाड़ी ऐसा महसूस करें.’ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महत्वपूर्ण सीरीज से पहले उनादकट की तरह चेतेश्वर पुजारा को भी वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत इस मैच से आराम दिया गया है. भारत को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में क्वालीफाई करने के लिए यह सीरीज हर हाल में जीतनी होगी.