ऋषभ पंत 30 दिसंबर 2022 की उस रात को लगभग भूलकर अपनी जिंदगी और करियर में आगे बढ़ चुके हैं. 30 दिसंबर को घर जाते वक्त वो सड़क हादसे में बुरी तरह चोटिल हो गए थे. उस सड़क हादसे में पंत बाल- बाल तो बच गए, मगर वो गंभीर रूप से चोटिल हो गए थे. उन्हें कई सर्जरी से गुजरना पड़ा. लंबे समय तक मैदान से दूर रहना पड़ा. हालांकि उन्होंने इसी साल आईपीएल से मैदान पर वापसी की और अब वो भारत के लिए टी20 वर्ल्ड कप खेल रहे हैं. इस बीच पंत ने अपने एक्सीडेंट और उसके बाद वापसी को लेकर काफी बात की, मगर उन्होंने पहली बार बताया कि उस रात उनका एक्सीडेंट कैसे हुआ था?
मां से मांगा चिली पनीर
पंत ने कहा कि उन्हें एक बात अच्छे ये याद है, उन्हें खाने का काफी शौक है तो देहरादून में हॉस्पिटल में वो लेटे हुए थे, तो उन्होंने मां से चिल्ली पनीर मांगा. उन्हें बचपन से ही मोमोज, चिली पनीर खाया हुआ है तो उन्हें एक्सीडेंट के बाद पहली मील में चिली पनीर ही याद आया और उन्होंने मां ये यही मांगा. पंत की गंभीर चोटों को देखते हुए डॉक्टर्स का मानना था कि उन्हें पूरी तरह से ठीक होने में 2 से 3 साल लगेंगे, मगर पंत ने 14 महीने में ही रिकवरी कर ली. इस कमाल के पीछे डॉक्टर्स ने तीन चमत्कार बताए थे.
पंत के साथ तीन चमत्कार
पंत ने चमत्कार पर बात करते हुए कहा कि डॉक्टर ने उन्हें तीन चमत्कार करने के लिए कहा था, जिसमें से वो दो कर चुके थे और एक बाकी था. पंत ने कहा-
डॉक्टर ने उन्हें पहला चमत्कार बताया कि इतने बड़े एक्सीडेंट के बावजूद वो जिंदा बचे हुए हैं. ये चमत्कार ही है. मेरा दायां पैर 90 डिग्री तक घूम गया था तो उस वक्त किसी की मदद से मैंने उसे टक करके सही जगह किया. ये दूसरा चमत्कार ही है. डॉक्टर ने कहा कि अगर मैं ये सब नहीं करता तो पैर कट जाता. तीसरा ये था कि एसीएल और पीसीएल की मेरी सर्जरी नहीं हुई. वो खुद ही ठीक हो गई. ये चमत्कार ही था.
ऋषभ पंत ने कहा कि उन्हें दूसरों की मदद लेने में बुरा लग रहा था. उन्हें बचपन से ही अपने काम खुद करने की आदत थी, मगर एक्सीडेंट के बाद उन्हें ब्रश करने के लिए दूसरों की मदद लेनी पड़ रही थी. उन्हें लाचार जैसा महसूस हो रहा था. इन चीजों ने सिखाया कि जिनको हम हल्के लेते हैं, जो गिफ्ट होते हैं और उसका सम्मान करना चाहिए.
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