शिखर धवन (Shikhar Dhawan) भारतीय वनडे टीम की कप्तानी करने के तीन महीने से भी कम समय में भारतीय टीम से बाहर हो गए. लेकिन इस 37 साल के सलामी बल्लेबाज ने साल के अंत में 50 ओवर का विश्व कप (2023 ODI World Cup)खेलने की उम्मीद नहीं छोड़ी है. वनडे में भारत के बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में से एक धवन को बांग्लादेश दौरे पर तीन मैचों में खराब बल्लेबाजी का खामियाजा भुगतना पड़ा. इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने इससे पहले नवंबर में न्यूजीलैंड दौरे पर टीम का नेतृत्व किया था जब रोहित शर्मा और केएल राहुल को आराम दिया गया था. धवन की जगह टीम में आये युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने सात मैचों में एक दोहरा शतक सहित चार शतक जड़ कर मौके का पूरा फायदा उठाया.
भारत में पहली फॉर्मूला ई रेसिंग के मौके पर धवन ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘यह (उतार चढ़ाव) जीवन का हिस्सा हैं. समय के साथ, अनुभव के साथ आप सीखते हैं कि उन्हें आसानी से कैसे संभालना है. मुझे इससे बहुत ताकत मिलती है. मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया. अगर कोई मेरे सर्वश्रेष्ठ से बेहतर कर रहा है, तो उससे मुझे कोई शिकायत नहीं.’
टीम इंडिया में वापसी पर क्या बोले धवन
इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा, ‘इसलिए वह व्यक्ति टीम में है और मैं वहां नहीं हूं. मैं जहां भी हूं, बहुत खुश और संतुष्ट हूं. मैं सुनिश्चित करता हूं कि मेरी प्रक्रिया मजबूत हो. निश्चित रूप से मेरे वापस टीम में आने का मौका हमेशा रहता है.’ भारत के लिए 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने वाले इस बल्लेबाज ने कहा, ‘अगर मुझे फिर से टीम में मौका मिलता है तो यह मेरे लिए अच्छा होगा, अगर ऐसा नहीं होता है तो भी यह अच्छा है. मैंने काफी कुछ हासिल किया है और अपनी उपलब्धि से खुश हूं. जो मेरे हिस्से का होगा वह मुझे मिलेगा. मैं किसी चीज को लेकर बेताब नहीं होता हूं.’
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