रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम इंडिया 20 जून को अफगानिस्तान के खिलाफ बारबाडोस में सुपर 8 का अपना पहला मैच खेलेगी. टीम ने ग्रुप स्टेज के अपने सभी मैच अमेरिका में खेले थे. इस टी 20 वर्ल्ड कप में कैरेबियाई जमीं पर ये उसका पहला मैच होगा. न्यूयॉर्क की मुश्किल पिच पर खेले गए तीन ग्रुप मैच में भारतीय बल्लेबाजों को काफी संघर्ष करना पड़ा था. रोहित शर्मा, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव कोई भी अपने पुराने रंग में नजर नहीं आया. दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज सूर्यकुमार को भी विकेट के नेचर के चलते अपने खेल में बदलाव करना पड़ा, मगर अब उन्हें उम्मीद है कि कैरेबियाई मैदान बड़े शॉट के काफी बेहतर होंगे.
सूर्यकुमार को न्यूयॉर्क के विकेटों पर काफी धीमा खेलना पड़ा. उन्होंने यूएसए के खिलाफ 49 गेंदों पर नाबाद 50 रन बनाकर भारत को जीत दिलाई थी, मगर ये उनके 168.06 के औसत स्ट्राइक रेट से काफी कम था. सूर्यकुमार ने अफगानिस्तान के खिलाफ सुपर 8 के मुकाबले से पहले कहा-
अगर आप दो साल से नंबर एक हैं, तो आपको अलग-अलग परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने और टीम की जरूरतों के अनुसार खेल को बदलने में सक्षम होना चाहिए. ये आपके अच्छे खेल को दिखाता है और मैं यही करने की कोशिश करता हूं.
सूर्यकुमार कैरेबियाई जमीं पर अपने 360 डिग्री के तरीके पर लौटने के लिए काफी उत्सुक हैं. हालांकि उन्हें न्यूयॉर्क की परिस्थिति से कोई समस्या थी. उन्होंने कहा-
वहां खेलकर मैं भी खुश था. ऐसा नहीं है कि हम वहां खेलकर खुश नहीं थे, लेकिन हम पहली बार खेल रहे थे, इसलिए परिस्थितियां अलग थीं और थोड़ी चुनौतीपूर्ण भी थी, लेकिन हम वेस्टइंडीज में खेल चुके हैं, हम परिस्थितियों को जानते हैं. केंसिंग्टन ओवल की पिच भूरे रंग की है, ये कुछ ऐसी है, जो भारतीय टीम ने अपने पिछले वेस्टइंडीज दौरे पर भी देखा था.
टूर्नामेंट में अब तक स्पिनर कैरेबियाई परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सूर्यकुमार परेशान नहीं हैं, क्योंकि धीमी गति के गेंदबाजों के लिए खिलाफ बड़े शॉट खेलना उनकी ताकत है. उन्होंने कहा-
ये हमेशा से मेरा मजबूत पक्ष रहा है (स्वीप और रिवर्स स्वीप). अभ्यास सेशन में मैं जिस तरह से खेला, उसी तरह से खेलने की कोशिश की है.
विराट कोहली इस टूर्नामेंट में अभी तक कुल कमाल नहीं दिखा पाए. तीन मैचों में वो सिर्फ पांच रन ही बना पाए हैं. कोहली इस टूर्नामेंट में कप्तान रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग कर रहे हैं. वहीं ऋषभ पंत को तीसरे नंबर पर प्रमोट किया गया. सूर्या से पूछा गया कि अगर भारत जल्दी विकेट खो देता है, तो क्या वो अपना खेल बदलेंगे. इस पर उन्होंने कहा-
ऐसा कुछ नहीं हुआ है. हम खेल के फॉर्मेट को खेलने की कोशिश करते हैं. अगर शुरुआती विकेट जाते हैं, तो भी आपको बोर्ड पर रन बनाने होंगे और उसी इरादे से बल्लेबाजी करनी होगी. यही हम कोशिश करते हैं और एक-दूसरे को पॉजिटिव रास्ता अपनाने के लिए कहते हैं.
सूर्या ने कहा कि मैनेजमेंट ने उस समय खिलाड़ियों पर फैसला लेने का जिम्मा छोड़ दिया है.
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