'गावस्कर- सहवाग के बाद वो सबसे बड़ा टेस्ट ओपनर था लेकिन उसे कभी क्रेडिट नहीं मिला', आर अश्विन का बड़ा बयान

'गावस्कर- सहवाग के बाद वो सबसे बड़ा टेस्ट ओपनर था लेकिन उसे कभी क्रेडिट नहीं मिला', आर अश्विन का बड़ा बयान

संजय मांजरेकर को उस वक्त काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी जब उन्होंने मुरली विजय को लाइव कमेंट्री के दौरान ट्रोल किया था. इसके बाद मुरली विजय ने भी पलटकर जवाब दिया था. मांजरेकर दरअसल मुरली विजय का 50 से 100 के बीच बेस्ट कंवर्जन रेट की सूची में टॉप पर नाम देखकर चौंक गए थे. विजय का घर पर टेस्ट में 60 प्रतिशत कंवर्जन रेट है. यानी की उन्होने भारत में खेले गए टेस्ट मैचों में 15 बार 50 रन का आंकड़ा पार किया है. इसमें से 9 बार वो शतक बना चुके हैं. ऐसे में उनका ये रिकॉर्ड विराट और रोहित शर्मा से भी अच्छा है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि कितने लोग द्रविड़, सचिन, विराट- रोहित के साथ मुरली विजय का नाम लेते हैं.

 

शानदार रहा है मुरली विजय का रिकॉर्ड

 

बता दें कि टेस्ट क्रिकेट में जब गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग की ओपनिंग जोड़ी पर फुल स्टॉप लगा तब टीम इंडिया को एक धांसू ओपनर की तलाश थी. और इस दौरान मुरली विजय का नाम सबसे ऊपर आया. विजय के टेस्ट करियर की शुरुआत उतनी शानदार नहीं रही थी क्योंकि साल 2008 में टेस्ट डेब्यू के बाद उन्हें दोबारा टेस्ट मैच खेलने में 13 महीने का वक्त लगा. हालांकि साल 2013 में उन्हें एक ओपनर के तौर पर पहचान मिली. और 2018 तक वो सिर्फ भारत के ही नहीं बल्कि दुनिया के बेस्ट टेस्ट ओपनर्स की सूची में आते थे.

 

आर अश्विन ने किया विजय का समर्थन


हालांकि इन सबके बीच अब टीम इंडिया के स्टार स्पिनर आर अश्विन ने बड़ा बयान दिया है. अश्विन और विजय ने तमिलनाडु के लिए एक साथ काफी क्रिकेट खेला है. ईएसपीएनक्रिकइंफो के साथ खास बातचीत में अश्विन ने कहा कि, सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग के बाद मुरली विजय ही भारत के सबसे बेस्ट टेस्ट ओपनर हैं. गावस्कर और सहवाग के बाद विजय भारत के लिए टेस्ट मैचों में ओपनर के तौर पर सबसे ज्यादा 10 शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं. गावस्कर और सहवाग ने 33 और 22 शतक लगाए हैं.

 

अश्विन ने ऐसे में विजय को लेकर कहा कि, क्या हम विजय को इस तरह का क्रेडिट देते हैं. अश्विन ने कहा कि, मैं किसी से विजय की तुलना नहीं कर रहा लेकिन उन्हें जो मिलना चाहिए था वो नहीं मिला.  अश्विन ने विजय की तुलना पुजारा से भी की और कहा कि, विजय और पुजारा महान बल्लेबाज हैं लेकिन दोनों को उतना क्रेडिट नहीं मिलता. दोनों टेस्ट क्रिकेट में सबसे चैलेंजिंग काम करते हैं और नई गेंद खेलते हैं.

 

बता दें कि मुरली विजय ने भारत के लिए 61 टेस्ट मैचों में 38.29 की औसत से 3,982 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं. बता दें कि चेतेश्वर पुजारा ने 99 टेस्ट मैचों में 44.16 की औसत से 7021 रन बनाए हैं.

 

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