युवा महिला खिलाड़ियों को आखिरकार वैश्विक मंच पर चमकने का मौका मिलेगा जब शनिवार(14 जनवरी) से शुरुआती अंडर-19 महिला विश्व कप में 16 टीमें एक दूसरे के आमने सामने होंगी. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 1988 के बाद से 14 पुरुष अंडर-19 विश्व कप आयोजित किये हैं लेकिन महिला क्रिकेटरों के लिए यह टूनामेंट पहली बार शनिवार से शुरू होगा. पिछले पांच सालों में महिला क्रिकेट ने काफी विकास किया है लेकिन खेल को और लोकप्रिय बनाने के लिये और अधिक प्रतिभाओं को खोजने की जरूरत है.
बेनोनी और पोचेफस्ट्रूम में चार स्टेडियमों में कुल 41 मैच खेले जाएंगे. 16 टीमों के इस टूर्नामेंट को 2021 में शुरू किया जाना था लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते इसे 2023 तक खिसकाना पड़ा. कुल 11 पूर्ण सदस्य देशों- ऑस्ट्रेलिया, बांगलादेश, इंग्लैंड, भारत, आयरलैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे-की टीमों ने टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर लिया. उनके अलावा आईसीसी के पांच क्षेत्रों- अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) , रवांडा, स्कॉटलैंड और इंडोनेशिया-की एक टीम इसमें हिस्सा लेगी. टूर्नामेंट का फाइनल 29 जनवरी को खेला जाएगा.
ग्रुप सी में है टीम इंडिया
भारत के लिए लकी रहा है साउथ अफ्रीका
मिताली से मिलने के बाद भारतीय कप्तान शेफाली ने कहा, ‘आप कुछ नए और ऐतिहासिक का हिस्सा बनने जा रहे हो, यह आप महसूस करोगे ही. आज की कप्तानों की फोटो निश्चित रूप से मेरे लिए बेहतरीन पलों में से एक थी. यहां माहौल महोत्सव की तरह था. हम शनिवार को अपने पहले मैच के लिये काफी रोमांचित हैं.’ भारत के लिए साउथ अफ्रीका आईसीसी इवेंट के लिहाज से काफी अच्छा रहा है. 2003 में भारत की पुरुष टीम 50 ओवर वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंची थी. चार साल बाद 2007 में महेंद्र सिंह धोनी ने इसी देश में भारत को टी20 वर्ल्ड कप का पहला चैंपियन बनाया था.
भारत ने टूर्नामेंट की तैयारियों के लिए दक्षिण अफ्रीका से द्विपक्षीय सीरीज खेली. सीनियर सर्किट पर दबदबा रखने वाली ऑस्ट्रेलिया के जूनियर स्तर पर भी खिताब जीतने की उम्मीद होगी. तालिबान के महिलाओं और बालिकाओं पर पांबदियों के कारण अफगानिस्तान ने पहली बार आयोजित हो रहे अंडर-19 महिला विश्व कप में अपनी टीम नहीं उतारी है.