इंडियन प्रीमियर लीग में अपने प्रदर्शन के दम पर टी20 वर्ल्ड कप में जगह बनाने वाले शिवम दुबे को अमेरिका की विकेट काफी ज्यादा तंग कर रही है. दुबे ने कहा कि वो यहां काफी कंफ्यूज हो रहे हैं. और उन्हें ऐसा लग रहा है जैसे वो रणजी का कोई मैच खेल रहे हैं. अमेरिका के खिलाफ मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स के इस बल्लेबाज ने 31 गेंद पर 35 रन ठोके और टीम इंडिया को 7 विकेट से जीत दिला दी. इस जीत के साथ टीम इंडिया सुपर 8 में पहुंच गई है.
अमेरिका के कंडीशन मुश्किल हैं: दुबे
मैच के बाद शिवम दुबे ने कहा कि मैं अपनी फॉर्म से संघर्ष कर रहा था. दुबे आयरलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में फ्लॉप रहे थे. ऐसे में दुबे ने कहा कि मुझपर कोई दबाव नहीं है. सपोर्ट स्टाफ और कोच मेरा सपोर्ट कर रहे हैं और उन्होंने कहा है कि यहां खेलना थोड़ा मुश्किल है लेकिन तुम्हें अपनी ताकत पर खेलना है. मैंने कभी खुद पर यकीन नहीं खोया. मुझे लगता है कि चेन्नई सुपर किंग्स में खेलते हुए मुझे इस तरह के कंडीशन नहीं मिले थे. यहां की कंडीशन के हिसाब से आपको अलग तरह का खेल खेलना होगा.
बता दें दुबे का जैसे ही वर्ल्ड कप टीम में नाम आया आईपीएल की अगली 5 पारी में वो सिर्फ 36 रन ही बना पाए. अमेरिका के खिलाफ भारत ने 44 गेंद पर 3 विकेट गंवा दिए थे. ऐसे में दुबे को पहला रन बनाने में 6 गेंद लगे. इसके बाद जब उन्होंने 15 गेंद पर 9 रन बना लिए थे तब उनके बल्ले से पहला छक्का निकला.
दुबे ने कहा कि मुझे लगा कि मैं रणजी ट्रॉफी खेल रहा हूं क्योंकि व्हाइट बॉल खेलने में मैं इतना नहीं सोचता. आपको छक्का लगाने के लिए अपना बेस्ट शॉट चुनना पड़ता है. यहां आप पहली गेंद से अटैक नहीं कर सकते. दुबे ने आगे कहा कि मैं चेन्नई सुपर किंग्स को मिस कर रहा हूं क्योंकि वहां पर मैं खूब छक्के लगाया करता था. ऐसे में यहां गेंदबाजी करना सही है भले ही आप एक छक्का क्यों न खा लो. दुबे से जब ये पूछा गया कि क्या वो यहां के संघर्ष को डिलीट करना चाहते हैं. इसपर उन्होंने कहा कि नहीं मैं ऐसा नहीं करूंगा क्योंकि ये मेरा पहला वर्ल्ड कप है.
दुबे ने टी20 वर्ल्ड कप को लेकर कहा कि यहां दिन में मैंच खेलना मुश्किल है. सही स्टैंड्स और स्टेडियम नहीं हैं. बैकड्रॉप के चलते बल्लेबाजी में मुश्किल होती है. काफी रोशनी आती है.
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