Titas Sadhu: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एशियन गेम्स 2023 (Asian Games 2023) का गोल्ड मेडल जीता. श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में 19 रन से हराकर उसने पहली बार यह कामयाबी हासिल की. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली टीम इंडिया पहली बार ही एशियन गेम्स में हिस्सा लेने गई थी. फाइनल में भारत की जीत का नायिका तेज गेंदबाज टिटास साधु रही. उन्होंने चार ओवर फेंके और छह रन देकर तीन शिकार किए. बंगाल से आने वाली इस तेज गेंदबाज के साथ दिलचस्प संयोग रहा है कि उसने दो फाइनल भारत के लिए खेले हैं और दोनों में लगभग समान आंकड़ों के साथ बॉलिंग टीम को विजेता बनाया. इससे पहले फरवरी 2023 में अंडर 19 महिला वर्ल्ड कप फाइनल में टिटास साधु ने चार ओवर में छह रन देकर दो विकेट लिए थे.
टिटास ने एशियन गेम्स से ही अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था और श्रीलंका के खिलाफ फाइनल सीनियर लेवल पर उनका दूसरा ही मैच था. बंगाल के हुगली जिले से आने वाली इस क्रिकेटर ने फाइनल जीतने के बाद कहा, 'हम सबके सामने एक स्पष्ट योजना थी कि हमें क्या करना है. निश्चित रूप से हमें पहले ही ओवर में लय मिल गई. पारी के दौरान ब्रेक में हमने बात की थी कि हम शांत रहेंगे और जो सोचा था उस पर डटे रहेंगे.'
टिटास कैसे बनी क्रिकेटर
टिटास के पिता राणादीप खिलाड़ी रहे हैं. वे स्टेट लेवल के एथलीट रह चुके हैं. उन्होंने बेटी के खेलों में जाने का पूरा समर्थन किया. क्रिकेट के साथ ही पढ़ाई में भी टिटास का पूरा ध्यान रहा. उन्होंने 10वीं परीक्षा 93 प्रतिशत अंकों के साथ पास की. लेकिन क्रिकेट के चलते वह 12वीं की परीक्षा नहीं दे पाईं. क्रिकेट से उनके जुड़ने की कहानी भी दिलचस्प है. वह अपने एक क्लब राजेंद्र स्मृति संघ के लिए स्कोर लिखती थी. एक दिन क्लब में एक नेट बॉलर की कमी हो गई. उन्होंने टिटास को बुलाया. इसके बाद उन्होंने मुड़कर नहीं देखा. क्रिकेट के लिए उन्होंने पढ़ाई तक छोड़ दी.
कोच को टिटास ने स्पीड से किया था हैरान
18 साल की इस गेंदबाज ने एशियन गेम्स जीतने के बारे में कहा, 'हम इस बार जीत गए. सच कहूं तो जिस तरह से हमने मौका भुनाया उससे मैं खुश और आभारी हूं.' बंगाल महिला टीम के कोच शिव शंकर पॉल ने टिटास के बारे में कहा, 'मुझे याद है कि बंगाल टीम में मेरे साथी रहे प्रियंकर मुखर्जी ने कुछ साल पहले मुझे कॉल किया था. उसने कहा कि मैको एक लड़की है जिसे मैं कोचिंग दे रहा हूं. वह पांच फीट नौ इंच के करीब है और 16 साल के हिसाब से तेज गेंद फेंकती है. तुम उसे बंगाल टीम के लिए देख लो. जब मैंने उसे बंगाल के नेट्स में पहली बार देखा जो मैं उसकी स्पीड देखकर हैरान था.'
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