साउथ अफ्रीका ने वर्ल्ड कप (World Cup 2023) के 20वें मुकाबले में इंग्लैंड को 229 रन के बडे़ अंतर से हरा दिया. साउथ अफ्रीका की इस बड़ी जीत के हीरो रहे हेनरिक क्लासन (Heinrich Klaasen ), जिन्होंने 67 गेंदों पर 109 रन ठोके. बुरी तरह थकने के बावजूद क्लासन मैदान पर टिके रहे. क्लासन इतनी बुरी तरह से थक गए थे कि कई बार मैदान पर बैठ गए. बल्ला छोड़कर विकेट पर लेट भी गए. उन्हें दौड़ने में भी मुश्किल हो रही थी. इसके बावजूद वो शतक के लिए डटे रहे और इस टूर्नामेंट में अपना पहला शतक ठोक दिया.
साउथ अफ्रीका की जीत के बाद क्लासन ने बताया कि आखिर क्यों बुरी तरह से थकने और भागने में भी परेशानी होने के बावजूद वो बल्लेबाजी करते रहे. क्लासन ने करीब 2 घंटे बल्लेबाजी की. वो भयंकर गर्मी और उमस के बीच चौके- छक्के उड़ाते रहे. 35 डिग्री तापमान में बल्लेबाजी करने पर क्लासन ने कहा कि ये गर्म हवा में सांस लेने जैसा था और हर बार जब आप दौड़ने की कोशिश करते हैं तो उसमें और ज्यादा एनर्जी लगती हैं. दिन के आखिर में आपका शरीर आपका साथ नहीं देता.
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एनर्जी हो गई थी खत्म
क्लासन और मार्को जानसेन (Marco Jansen) के बीच 77 गेंद में 151 रन की पार्टनरशिप हुई है और इसके दम पर साउथ अफ्रीका ने 7 विकेट पर 399 रन का स्कोर खड़ा किया. इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में ये सबसे बड़ा स्कोर है. हालांकि क्लासन को टीम को यहां तक पहुंचाने के लिए काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ी, क्योंकि उनकी एनर्जी पूरी तरह से खत्म हो गई थी.
जानेसन ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि देश के लिए खेलना सम्मान की बात होती है. जानेसन ने भी इसमें अहम रोल निभाया. क्लासन से जानेसन ने कहा था कि यदि वो सेंचुरी नहीं लगा पाते हैं तो वो मैदान से बाहर भी नहीं जा सकते. क्लासन ने उनसे कहा भी कि वो दौड़ भी नहीं पा रहे. जिस पर जानेसन ने उनसे सिर्फ इतना कहा कि ठीक है, जब भी वो गेंद का सामना करें तो बस उन्हें 100 फीसदी दें. जानेसन की इस बात के बाद ही क्लासन ने अपना शतक पूरा किया.
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