'वो एक हादसा था', यश दयाल के पिता को याद आया मुश्किल समय, बताया रिंकू सिंह से बेटे को पांच छक्‍के पड़ने के बाद क्‍यों एक साल घर से बाहर नहीं निकले?

'वो एक हादसा था', यश दयाल के पिता को याद आया मुश्किल समय, बताया रिंकू सिंह से बेटे को पांच छक्‍के पड़ने के बाद क्‍यों एक साल घर से बाहर नहीं निकले?
आईपीएल 2023 में रिंकू सिंह ने यश दयाल के आखिरी ओवर में पांच छक्‍के लगाए थे

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आईपीएल 2023 में रिंकू सिंह ने यश दयाल के ओवर में पांच छक्‍के लगाए थे

पांच सिक्‍स खाने के बाद यश दयाल बीमार पड़ गए थे

बाएं हाथ के तेज गेंदबाज यश दयाल को बांग्‍लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट के लिए पहली बार भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया. दयाल उन चार तेज गेंदबाजों में शामिल थे, जिन्हें पहले टेस्ट के लिए चुना गया था. हालांकि उत्तर प्रदेश के इस तेज गेंदबाज के लिए टीम इंडिया में पहुंचने तक का सफर इतना आसान नहीं था. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 में रिंकू सिंह से आखिरी ओवर में उन्हें पांच छक्के खाने के बाद उन्‍हें फिर से वापसी करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी थी. 

 

यश दयाल के साथ-साथ उनके पूरे परिवार के लिए भी वो मुश्किल समय था. उनके पिता चंद्रपाल दयाल ने तो उसके बाद एक साल तक घर से बाहर निकलना छोड़ दिया था. उस मुश्किल समय को याद करते हुए यश दयाल ने पिता ने बताया कि उन्‍होंने एक साल तक दोपहर में अपने घर से बाहर निकलना छोड़ दिया था, क्‍योंकि उन्हें स्कूल के बच्चों के ताने सुनने पड़ते थे.

 

स्‍कूली बच्‍चों के ताने से परेशान हो गए थे यश दयाल के पिता

 

यश दयाल का घर प्रयागराज के कर्बला मस्जिद के पास है. उनके घर के पास से जब दोपहर के समय स्कूल की बस गुजरती थी तो बच्चे ‘रिंकू सिंह.... रिंकू सिंह .... पांच छक्के.....पांच छक्के’ का नारा लगाते हुए जाते थे. बच्चों के इस बर्ताव से चंद्रपाल को उस शाम की यादों को ताजा कर देता था. इलाहाबाद में महालेखाकार कार्यालय के सेवानिवृत्त अधिकारी चंद्रपाल की आवाज भी उस ओवर का याद करके भारी हो गई. पीटीआई के अनुसार उन्होंने कहा-

 

हमारे लिए वो एक हादसा था. जब भी यहां से स्कूल बस गुजरती तो बच्चे चिल्लाते थे ‘रिंकू सिंह, रिंकू सिंह, पांच छक्के’. यह बहुत पीड़ादायक था. मेरे बेटे के साथ ऐसा क्यों हुआ?

 

यश दयाल के टेस्‍ट टीम में जगह बनाने के बाद अब उनका परिवार गर्व से भर गया है. चंद्रपाल ने उस मुश्किल समय को याद करते हुए कहा-

 

यश निराशा के कारण अकेले रहने लगा था. उनकी मां राधा इतनी परेशान हो गईं कि वो बीमार पड़ गईं. उन्होंने खाना खाने से मना कर दिया. गुजरात टाइटंस ने भी उन्हें रिलीज कर दिया और उसके सामने फिर से करियर बनाने की चुनौती थी.

 

उन्होंने कहा- 


इस दौरान यश भी बीमार पड़ गया था,  लेकिन हमने उसे कभी हार मानने के बारे में सोचने नहीं दिया.  हमने एक परिवार के रूप में, एक वादा करते हुए यश से कहा कि जब तक तुम भारत के लिए नहीं खेलोंगे, हम डटे रहेंगे.  तुम्हें हार नहीं माननी है और भारत के लिए खेल कर रहना है.

 

चंद्रपाल दयाल ने कहा कि उनका परिवार ये सुनिश्चित करने के लिए यश को प्रेरित करते रहेंगे कि वो कभी हार मानने के बारे में न सोचे. और आज सब कुछ आपके सामने हैं. यश ने आईपीएल 2024 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का प्रतिनिधित्व किया और 14 मैचों में 15 विकेट झटके थे. उन्होंने दलीप ट्रॉफी मैच में इंडिया बी की इंडिया ए पर 76 रन की जीत में अहम भूमिका निभाई. यश ने दूसरी पारी में मयंक अग्रवाल, रियान पराग और ध्रुव जुरेल के विकेट चटकाये. 

 

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