ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) का मानना है कि बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) बल्लेबाजों के लिए बुरा सपना साबित हुई है. इसमें प्रदर्शन के आधार पर वह विराट कोहली (Virat Kohli) के फॉर्म का आकलन नहीं करेंगे. पिछली 14 पारियों में अर्धशतक नहीं बना सके कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टेस्ट में 111 रन ही बनाए हैं लेकिन पोंटिंग इससे चिंतित नहीं हैं.
उन्होंने आईसीसी रिव्यू में कहा, ‘मैं इस सीरीज में किसी बल्लेबाज के फॉर्म को नहीं देख रहा हूं क्योंकि बल्लेबाजों के लिए यह सीरीज किसी बुरे सपने की तरह रही है. जहां तक विराट की बात है तो मैं बार बार कहता आया हूं कि चैम्पियन खिलाड़ी हमेशा रास्ता निकाल लेते हैं. ऐसा लग रहा होगा कि इस समय वह खराब फॉर्म में है और रन नहीं बना रहा क्योंकि हम सभी उससे रनों की अपेक्षा करते हैं. वह यथार्थवादी भी है. बल्लेबाज को खुद पता होता है कि कब उसका फॉर्म खराब है और उससे रन नहीं बन रहे. किसी और को उसे बताने की जरूरत नहीं होती. कोहली को लेकर मैं चिंतित नहीं हूं क्योंकि मुझे पता है कि वह फॉर्म में लौटेगा.’
पोंटिंग बोले- साथ खेल सकते हैं गिल-राहुल
एशेज सीरीज के लिये कई बार इंग्लैंड में खेल चुके पोंटिंग को पता है कि जून में वहां हालात उपमहाद्वीप के हालात से बिल्कुल अलग होंगे. सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने वाले बल्लेबाजों में तीसरे स्थान पर काबिज पोंटिंग ने कहा कि भारत अगर जून में होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई करता है तो उसे अपने बल्लेबाजी क्रम में बदलाव पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘केएल राहुल जैसा खिलाड़ी टीम से बाहर है और शुभमन गिल खेल रहा है. दोनों को टेस्ट खेलने का अनुभव है और इन दोनों को एक ही टीम में उतारा जा सकता है.’
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