चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन को लेकर चल रही खींचतान जारी है. अभी तक आधिकारिक रूप से तय नहीं हो पाया है कि टूर्नामेंट कब होगा और भारतीय टीम के मुकाबले कहां खेले जाएंगे. इस बीच पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने आग में घी डालने वाला बयान दिया है. उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को सलाह दी कि अगर भारतीय टीम नहीं आती है तो पाकिस्तान को किसी इवेंट में टीम इंडिया से नहीं खेलना चाहिए. उन्होंने कराची आर्ट काउंसिल की उर्दू कॉन्फ्रेंस में यह बयान दिया. अफरीदी ने कहा कि पाकिस्तानी बोर्ड को भारत के साथ क्रिकेट के रिश्तों पर कड़ा रुख अपनाना चाहिए.
पाकिस्तानी टीम के कप्तान रहे अफरीदी ने कहा कि उनके देश को मजबूत फैसले लेने के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा. चैंपियंस ट्रॉफी जैसे आईसीसी इवेंट के लिहाज से यह ज्यादा जरूरी है. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान क्रिकेट को मजबूत और आत्मनिर्भर होना चाहिए जिससे कि सैद्धांतिक रूप से मजबूत फैसले किए जा सके. अगर भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं आ सकता और खेल सकता तो फिर कोई वजह नहीं है कि हम भारत में जाकर कोई इवेंट खेलें.
चैंपियंस ट्रॉफी पर क्या बवाल है?
चैंपियंस ट्रॉफी फरवरी-मार्च 2025 के बीच होना प्रस्तावित है. इसकी मेजबानी पाकिस्तान के पास है. भारतीय बोर्ड ने इस टूर्नामेंट के लिए अपनी टीम को सुरक्षा कारणों से भेजने से मना कर दिया. बीसीसीआई की मांग है कि चैंपियंस ट्रॉफी हाइब्रिड मॉडल पर खेला जाए जिसमें भारत के मुकाबले किसी न्यूट्रल वेन्यू पर खेले जाएं. हालांकि पाकिस्तान ने भी मांग की है कि अगर चैंपियंस ट्रॉफी में हाइब्रिड मॉडल लागू होता है तो भारत में होने वाले आईसीसी इवेंट में उसके मैच भी न्यूट्रल जगहों पर कराए जाएं. बताया जाता है कि आईसीसी ने इस पर सहमति दी है.
अफरीदी ने कहा कि पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर सही कदम उठाया है. उन्होंने कहा, 'आईसीसी को अब फैसला करना है कि सभी सदस्य देशों को क्रिकेट खेलने का मौका मिलना चाहिए या फिर केवल पैसा बनाना है.'