बड़ी खबर: चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय क्रिकेटर्स के साथ नहीं जाएंगे पत्नी-बच्चे! एक सीनियर ने BCCI से मांगी थी परमिशन पर हो गया इनकार

बड़ी खबर: चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय क्रिकेटर्स के साथ नहीं जाएंगे पत्नी-बच्चे! एक सीनियर ने BCCI से मांगी थी परमिशन पर हो गया इनकार
Indian cricket team in frame

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टीम इंडिया 15 फरवरी को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए दुबई रवाना होगी.

चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम के सभी मुकाबले दुबई में खेले जाएंगे.

बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद भारतीय टीम के लिए नई पॉलिसी जारी की थी.

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी परिवार साथ नहीं ले जा सकेंगे. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की नई ट्रेवल पॉलिसी इस टूर्नामेंट के साथ लागू होने जा रही है. इस वजह से ऐसा होगा. बताया जाता है कि एक सीनियर भारतीय खिलाड़ी ने बीसीसीआई से परिवार को साथ ले जाने के बारे में बात की थी. उनसे कहा गया कि जो नियम बने हुए हैं उसी का पालन होगा. टीम इंडिया 15 फरवरी को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए दुबई रवाना होगी. पहला मुकाबला 20 फरवरी को बांग्लादेश के साथ है. इसके बाद 23 फरवरी को पाकिस्तान और 2 मार्च को न्यूजीलैंड से उसका मैच है. 

चैंपियंस ट्रॉफी की अवधि तीन सप्ताह के करीब रहेगी. इसक अवधि के लिए बीसीसीआई खिलाड़ियों को परिवारों को साथ ले जाने की अनुमति नहीं देगी. नई पॉलिसी के अनुसार, परिवार 45 दिन या ज्यादा के दौरे के लिए अधिकतम दो सप्ताह तक खिलाड़ियों के साथ रह सकते हैं. एक वरिष्ठ बीसीसीआई सूत्र ने पीटीआई को बताया, अगर कुछ भी बदलता है तो अलग बात है लेकिन अभी खिलाड़ियों के साथ उनकी पत्नियां या पार्टनर नहीं जाएंगी. एक सीनियर खिलाड़ी ने इस बारे में पता कराया था और उससे कहा गया कि जो पॉलिसी है उसकी पालना होगी. यह दौरा एक महीने से कम का रहने वाला है तो खिलाड़ियों के साथ परिवार नहीं जाएंगे. लेकिन अगर छूट दी गई तो मुझे लगता है कि खिलाड़ी खुद से ही खर्चा भुगतेंगे. बीसीसीआई इसका खर्च नहीं उठाएगी.

क्या है परिवार के विदेशी दौरे पर जाने की पॉलिसी

 

बीसीसीआई नीति कहती है- खिलाड़ी अगर 45 दिन से ज्यादा समय के लिए भारत से बाहर विदेशी दौरे पर जाते हैं दो सप्ताह के लिए उनके पार्टनर व बच्चे साथ रह सकते हैं. इस नीति में किसी भी तरह के बदलाव के लिए पहले कोच, कप्तान और जनरल मैनेजर की अनुमति चाहिए होगी. बीसीसीआई की बताई अवधि से ज्यादा अगर किसी खिलाड़ी का परिवार रहता है तो उसका खर्च बोर्ड नहीं उठाएगा. भारतीय बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद परिवार के साथ रहने की नीति में बदलाव किया था.