अफगानिस्तान कैसे चैपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में पहुंचेगा, सामने आए दिलचस्प समीकरण, साउथ अफ्रीका की गणित का भी हुआ खुलासा

अफगानिस्तान कैसे चैपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में पहुंचेगा, सामने आए दिलचस्प समीकरण, साउथ अफ्रीका की गणित का भी हुआ खुलासा
अफगानििस्तान के कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी

Story Highlights:

भारत और न्यूजीलैंड ग्रुप ए से चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में पहुंच गए.

ग्रुप बी से अभी केवल ऑस्ट्रेलिया अंतिम-4 में गया है.

अफगानिस्तान और साउथ अफ्रीका सेमीफाइनल में जाने की रेस में हैं.

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान का मुकाबला बारिश के चलते पूरा नहीं हो पाया. दोनों टीमों को इसके बाद एक-एक अंक मिला. ऑस्ट्रेलिया ने तो इस अंक के जरिए सेमीफाइनल में जगह बना ली. वहीं अफगानिस्तान का मामला फंस गया. वह ऑस्ट्रेलिया को हराने पर आगे चला जाता. लेकिन अब उसे 1 मार्च को इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच होने वाले मैच के नतीजे का इंतजार करना होगा.

अभी अफगानिस्तान के साथ ही साउथ अफ्रीका का भी सेमीफाइनल में जाना अटका हुआ है. लेकिन उसका गणित सिंपल है. उसे इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में जीतना होगा. अगर हार मिलती है तब लक्ष्य का पीछा करने के दौरान 207 से कम रनों का अंतर होना चाहिए. पहले बैटिंग की तब इंग्लैंड को 11.1 ओवर से पहले जीतने से रोकना होगा. अगर वह अंतिम-4  में गया तो वर्ल्ड कप 2023 का रियूनियन हो जाएगा. तब भी यही चार टीमें सेमीफाइनल में गई थी.

अफगानिस्तान के चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में जाने का गणित

 

अब जानिए अफगानिस्तान के चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में जाने के समीकरण कैसे हैं. इस टीम को समीकरण अपने पक्ष में करने के लिए दुआएं भी करनी होगी क्योंकि 

अगर साउथ अफ्रीका पहले बैटिंग करता है तब इंग्लैंड को


- 173 रन का लक्ष्य मिलने पर 15 ओवर

- 125 रन का लक्ष्य मिलने पर 11.5 ओवर

- 100 रन का लक्ष्य मिलने पर 10 ओवर

- 75 रन का लक्ष्य मिलने पर 7.6 ओवर में जीत दर्ज करनी होगी. इसी हिसाब से आगे का गणित भी चलता रहेगा.

अगर साउथ अफ्रीका ने पहले फील्डिंग की तब इंग्लैंड के 207 या इससे ज्यादा के अंतर से जीतने पर अफगानिस्तान अंतिम-4 में चला जाएगा.

अफगानिस्तान का फिर से टूटेगा दिल

 

इन समीकरणों को देखने पर साफ पता चलता है कि अफगानिस्तान को एक बार फिर से आईसीसी इवेंट में निराशा मिल सकती है. भारत में खेले गए वर्ल्ड कप 2023 में भी टीम सेमीफाइनल में जाने के करीब थी लेकिन नेट रन रेट और एक मैच ज्यादा हारने पर चूक गई थी. तब वह 10 टीमों मेंं छठे नंबर पर रही थी. इसी के जरिए उसे चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने का मौका मिला था.