IND vs ENG : धर्मशाला के मैदान में टेस्ट डेब्यू करते हुए देवदत्त पडिक्कल ने बेहतरीन फिफ्टी जड़ डाली. जिसके बाद से पडिक्कल का नाम चर्चा का विषय बना हुआ है. डेब्यू टेस्ट में बेहतरीन बल्लेबाजी करने के बाद देवदत्त पडिक्कल ने खुलासा करते हुए बताया कि कैसे जब उन्हें पता चला कि वह अगले दिन डेब्यू करने वाले हैं तो रात बेचैनी के मारे नींद नहीं आई.
नंबर चार से बाहर हुए दो बल्लेबाज
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले विराट कोहली के बाहर होने के बाद टीम मैनेजमेंट ने रजत पाटीदार को नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिए शामिल किया. लेकिन जब केएल राहुल पहला टेस्ट मैच खेलने के बाद चोटिल हो गए तो उनकी जगह टेस्ट टीम इंडिया में देवदत्त पडिक्कल को शामिल किया गया. लेकिन टीम इंडिया के लिए डेब्यू करते हुए लगातार तीन टेस्ट मैच में बल्ले से फ्लॉप रहने वाले पाटीदार की जगह आखिरी टेस्ट मैच में देवदत्त पडिक्कल को मौका मिला.
देवदत्त पडिक्कल ने क्या कहा ?
देवदत्त पडिक्कल ने धर्मशाला टेस्ट मैच में मिलने वाले मौके को भुनाया और 103 गेंदों में 10 चौके व एक छक्के से 65 रनों की शानदार पारी खेली. इस तरह डेब्यू टेस्ट मैच के बाद देवदत्त पडिक्कल ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा,
मुझे मैच से एक दिन पहले ही डेब्यू करने के बारे में बता दिया गया था. इसके चलते मैं नर्वस था और रात भर बेचैन रहा. लेकिन इन हालतों को आप दूसरी तरफ एंजॉय भी करते हैं. आपको अपने करियर में इसी दिन का इंतजार होता है.
वहीं देवदत्त पडिक्कल ने अपनी बल्लेबाजी को लेकर कहा,
जब मैं बीमार था तो दो साल तक क्रिकेट से दूर रहा और इस दौरान मैं कुछ न कुछ रहा. ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक तौरपर भी मजबूती हासिल की जबकि अपनी बैटिंग तकनीक में भी बदलाव किया. जिससे मुझे सफलता मिली. दो साल तक क्रिकेट से दूर रहने पर मुझे इस खेल के प्रति अब और अधिक लगाव महसूस होने लगा है.
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