Tom Hartley England: इंग्लैंड के खिलाफ हैदराबाद टेस्ट में भारतीय क्रिकेट टीम स्पिन के आगे ही घुटने टेक बैठी. सितारों से सजा उसका बैटिंग ऑर्डर इंग्लिश टीम के अनुभवहीन स्पिनर्स के आगे किसी तरह का साहस नहीं दिखा सका. रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर जैसे सूरमा बल्लेबाज जो दिन-रात स्पिन गेंदबाजों का सामना करते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट के दमदार नाम बने हैं वे किसी नौसिखिए की तरह खेलते दिखे. यह सब किया इंग्लैंड के युवा फिरकी गेंदबाज टॉम हार्टली ने. उन्होंने भारत की दूसरी पारी में जबरदस्त बॉलिंग की और एक के बाद एक विकेट लेकर इंग्लैंड को ऐतिहासिक जीत दिलाई. उन्होंने 26.2 ओवर में 62 रन देकर सात विकेट लिए. पहली पारी में बॉलिंग के बाद हार्टली की काफी खिंचाई हुई. उन्होंने इन सबका जवाब अपनी बॉलिंग से दिया.
हार्टली ने दूसरी पारी में सबसे पहले जायसवाल का शिकार किया. इस बल्लेबाज ने पहली पारी में इंग्लिश बॉलर की काफी कुटाई की थी लेकिन दूसरी पारी में ऐसा नहीं हुआ. जायसवाल शॉर्ट लेग पर लपके गए. फिर बारी आई शुभमन गिल. वे खाता भी नहीं खोल सके और सिली पॉइंट पर ऑली पोप ने कमाल का कैच लपककर उन्हें वापस भेजा. हार्टली ने तीसरा विकेट भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के रूप में लिया. वे बढ़िया तरीके से खेल रहे थे और रन जुटाने की कोशिश कर रहे थे. इंग्लिश स्पिनर की एक गेंद ने उन्हें छकाया और वह बल्ले के पास से गुजरते हुए पैड्स पर लगी. अंपायर ने आउट करार दिया. रोहित ने डीआरएस लिया लेकिन वे नहीं पाए. रोहित ने 39 रन की पारी खेली. हार्टली ने फिर अक्षर पटेल को अपनी ही गेंद पर लपका और चौथा विकेट लिया.
श्रीकर भरत, आर अश्विन और मोहम्मद सिराज के विकेट लेकर उन्होंने सात विकेट अपने नाम किए. यह फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा.
हार्टली ने पहली पारी से लिया सबक
हार्टली ने इस तरह भारतीय पारी के पहले चार विकेट लिए और इससे एकबारगी लगा कि कहीं सारे विकेट वे ही तो नहीं ले जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. दूसरी पारी में उन्हें खेलना भारतीय बल्लेबाजों के लिए सबसे बड़ी समस्या बना. अगर पहली पारी को देखा जाए तो तब उनकी काफी पिटाई हुई थी. तब उन्होंने 25 ओवर फेंके थे और 131 रन खर्च करने के बाद उन्हें दो विकेट मिले थे. वे एक भी मेडन नहीं फेंक सके थे.
हार्टली के पिता हैं एथलेटिक्स के मेडल विजेता
हार्टली ने भारत के खिलाफ मुकाबले से टेस्ट डेब्यू किया है. इससे पहले इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके नाम केवल दो वनडे मुकाबले रहे जो 2023 में आयरलैंड के खिलाफ थे. इनमें उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था. हार्टली के पिता बिल एथलीट रहे हैं. उन्होंने ब्रिटेन के लिए 1974 के कॉमनवेल्थ गेम्स में 4x400 मीटर रिले में सिल्वर मेडल जीता था. वहीं इसी स्पर्धा में यूरोपियन चैंपियनशिप्स में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. वे 400 मीटर हर्डल्स में भी हिस्सा लिया करते थे.
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