भारत ने इंग्लैंड को चौथे टी20 में 15 रन से हराकर सीरीज पर 3-1 से कब्जा कर लिया है. लेकिन इस बीच एक बड़ा विवाद सामने आया है. कनक्शन सब्स्टीट्यूट के तौर पर मैच में एंट्री करने वाले तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने आते ही बवाल काट दिया और 3 विकेट लेकर इंग्लैंड के मुंह से जीत छीन ली. इस गेंदबाज से अगर किसी को सबसे ज्यादा दिक्कत हुई तो वो जोस बटलर हैं. बटलर ने मैच के बाद हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा बयान दिया और कहा कि वो इस कन्कशन सब्स्टीट्यूट से खुश नहीं हैं. क्योंकि शिवम दुबे ऑलराउंडर हैं जबकि हर्षित राणा एक तेज गेंदबाज हैं.
बटलर नहीं दिखे खुश
मैच के बाद जोस बटलर ने कहा कि, ये रिप्लेसमेंट जैसा नहीं था. हम इससे सहमत नहीं हैं. या तो शिवम दुबे ने गेंद के साथ 25 मील प्रति घंटे की गति बढ़ा ली है या फिर हर्षित ने अपनी बल्लेबाजी में सुधार किया है. ये खेल का हिस्सा है. हमें किसी भी हाल में मैच जीतना चाहिए था. लेकिन मैं इस फैसले से खुश नहीं हूं.
बता दें कि टीम इंडिया ने अपनी पारी के दौरान 57 रन पर 4 विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद दुबे क्रीज पर आए और अर्धशतक ठोका. वहीं उन्होंने हार्दिक पंड्या के साथ छठे विकेट के लिए 87 रन की साझेदारी की जिससे भारत 9 विकेट पर 181 रन बनाने में सफल रहा. अपनी पारी के दौरान दुबे के हेलमेट पर दो बार गेंद लगी. सबसे पहले नौवें ओवर में जब वह जोफ्रा आर्चर की गेंद को पुल करने से चूक गए थे, जिसकी गति 146.8 किमी प्रति घंटा थी और फिर पारी के आखिरी ओवर की 5वीं गेंद.
भारत के पास बल्लेबाजी ऑलराउंडर रमनदीप सिंह बेंच पर थे, जो दुबे के रिप्लेसमेंट के तौर पर बेहतर फिट बैठते थे. इस दौरान वो मैदान पर दिखे भी लेकिन उन्होंने वरुण चक्रवर्ती को सब्स्टीट्यूट किया था.
हर्षित राणा ने अपने पहले टी20 की दूसरी गेंद पर ही लिविंगस्टन का विकेट निकालकर कमाल कर दिया और टीम इंडिया की मैच के भीतर वापसी करा दी. हालांकि, राणा के लिए दूसरा ओवर खास नहीं गया और इस गेंदबाज कि कुटाई हुई, जहां उन्हें कुल 18 रन पड़े. लेकिन तीसरे ओवर में एक बार फिर राणा ने विकेट लेकर वापसी की. इंग्लैंड को 2 ओवर में 31 रन की बनाने थे और तभी राणा ने मैच जिताऊ ओवर फेंक दिया. उन्होंने 19वें ओवर में जेमी ओवर्टन को आउट किया जो इंग्लैंड को जीत की ओर ले जाते नजर आ रहे थे. राणा ने 4 ओवरों में 33 रन लुटाए और कुल 3 विकेट लिए.
क्या बोले हर्षित राणा
मैच के बाद हर्षित राणा से उनके प्रदर्शन को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, जब दुबे वापस आए तब चेज में दो ओवर बीत चुके थे. मुझे इसके बाद गौतम गंभीर ने कहा कि मैं कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर मैदान पर जाऊंगा. मैं इसके लिए काफी पहले से तैयारी कर रहा था. सिर्फ यही सीरीज नहीं, मैं पहले से भी लगा हुआ था. मैं अपने डेब्यू के इंतजार में और खुद को साबित करना चाहता था. ऐसे में जब मुझे मौका मिला तो मैंने कुछ नहीं सोचा और कमाल दिखाना शुरू कर दिया. केकेआर में रहते हुए मैंने डेथ ओवरों में काफी गेंदबाजी की है. ऐसे में मुझे इसका अनुभव है.
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