भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी करीब 14 महीने दूर रहने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी के लिए तैयार हैं. चोट की वजह से वनडे वर्ल्ड कप फाइनल 2023 के बाद से ही इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर चल रहे शमी को इंग्लैंड के खिलाफ पांच टी20 मैचों की सीरीज के लिए टीम इंडिया में शामिल किया गया है. वो इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी टीम इंडिया का हिस्सा हैं. शमी ने चोट के बाद टीम इंडिया में वापसी के लिए कड़ी मेहनत की. फिटनेस बनाए रखने के लिए उन्होंने बिरयानी तक छोड़ दी. इतना ही नहीं उन्होंने दिन में सिर्फ एक बार खाना खाया. टीम इंडिया में वापसी से पहले उन्होंने बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट में वापसी की.
बंगाल के तेज बॉलिंग कोच शिब शंकर पॉल ने टीम इंडिया के लिए खेलने की शमी की भूख की सराहना की है. पिछले साल रणजी ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व करते हुए शमी ने ने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की थी. तेज गेंदबाजी कोच ने यह भी बताया कि शमी ने अपनी पसंदीदा बिरयानी खाना छोड़ दिया है और पिछले दो महीनों से इसे नहीं खाया है. उन्होंने दिन में केवल एक बार ही खाना खाया और वापस शेप में आने के लिए सख्त डाइट का पालन किया.
शिब शंकर पॉल ने खुलासा किया है कि शमी पूरी टीम के आने से पहले सुबह 6 बजे मैदान पर पहुंच जाते थे. स्पोर्ट्सबूम डॉट कॉम के अनुसार पॉल ने कहा-
तेज गेंदबाजों को चोट से उबरने में समय लगता है. वह वापसी के लिए इतने भूखे थी कि वह मैच खत्म होने के बाद भी गेंदबाजी करना चाहते थे. एक खिलाड़ी का समर्पण है. बहुत कम खिलाड़ी मैच के बाद 30 से 45 मिनट तक गेंदबाजी करना चाहते हैं. घरेलू टी20 मैचों के दौरान मैच के दिनों में वह सुबह 6 बजे मैदान पर पहुंचने वाले पहले खिलाड़ी भी थे.
कोच ने आगे कहा-
वह सख्त डाइट पर थे. मैंने उन्हें दिन में केवल एक बार खाना खाते देखा. उन्हें बिरयानी बहुत पसंद है, लेकिन पिछले दो महीनों में जब से वह वापस लौटे हैं, मैंने उन्हें बिरयानी खाते नहीं देखा.
मोहम्मद शमी का टीम इंडिया के लिए पिछला इंटरनेशनल मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2023 वनडे विश्व कप फाइनल था. अब टीम मैनेजमेंट को उम्मीद है कि शमी सफल वापसी करेंगे.
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