वरुण चक्रवर्ती ने साल 2021 में भारत के लिए टी20 इंटरनेशनल में कदम रखा था. वे टी20 वर्ल्ड कप में खेले लेकिन छह मैचों में दो विकेट लेने के बाद छुट्टी हो गई. इसके दो साल बाद उनकी फिर से वापसी हुई और तब से उनका अलग ही अंदाज देखने को मिल रहा है. वरुण चक्रवर्ती वापसी के बाद आठ टी20 इंटरनेशनल मैचों में 20 विकेट चटका चुके हैं. उन्हें यह कामयाबी 11.70 की औसत और 9.6 की स्ट्राइक रेट के साथ मिली है. इस खेल के बारे में उन्होंने बताया कि उन्होंने भारत में घरेलू क्रिकेट और बाकी सभी टूर्नामेंट खेलने का फैसला किया था. इसके चलते उन्हें काफी मदद मिली.
वरुण ने इंग्लैंड के खिलाफ कोलकाता टी20 से पहले ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए अपनी तैयारी को लेकर कहा, 'मैंने भारत में सभी घरेलू मैच और बाकी सभी टूर्नामेंट खेलने का फैसला किया था. मैंने काफी क्रिकेट खेला. इससे मुझे आईपीएल में आत्मविश्वास मिला और जब देश के लिए खेलने को वापसी हुई तब भी मुझे काफी मदद मिली. इसी वजह से मैं ज्यादा से ज्यादा मैच खेलना चाहता था ताकि पता कर सकूं कि मैं किस चीज की कोशिश कर रहा हूं.'
वरुण चक्रवर्ती को स्पिन की किस विद्या से मिल रहे विकेट
वरुण ने आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेलते हुए कामयाबी हासिल की और इसी के दम पर उन्हें दोबारा भारतीय टीम का बुलावा आया. उन्होंने बताया कि बॉलिंग करते हुए पता चला कि सर्वोच्च स्तर पर साइड स्पिन ज्यादा कारगर नहीं रहती है. उन्होंने कहा, 'साइड स्पिन कराने पर गेंद स्किड करती जाती है. मैंने सोचा कि मुझे अपनी लेग स्पिन और गुगली से ज्यादा ओवरस्पिन हासिल करनी है. मैं इसी पर काम कर रहा था. पिछले आईपीएल में मैंने कोशिश की और मिलीजुली कामयाबी मिली. लेकिन 2024 में आईपीएल में ज्यादा बेहतर नतीजे मिले. यही मेरी प्रोग्रेस रही है. दो साल लग गए लेकिन अब इसका आदी हो गया.'
वरुण ने कोलकाता में खेलने पर क्या कहा
वरुण केकेआर के लिए खेलने की वजह से कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम को बखूबी समझते हैं. उन्होंने कहा, 'यहां पर लोग हमें पसंद करते हैं और साथ देते हैं क्योंकि मैं इस फ्रेंचाइज के लिए खेलता हूं. वे मुझे काफी प्यार देते हैं. ईडन हमेशा से बल्लेबाजों के लिए मददगार रहा है लेकिन मैं चुनौती का सामना करने को तैयार हूं. बस अपने बेसिक्स पर डटे रहना है. अगर मेरा दिन रहा तो मैं जंग जी जाऊंगा. अगर बल्लेबाज का दिन रहा तो वह अच्छा करेगा.'