सूर्या और गंभीर की वजह से नहीं खेल रहे मोहम्मद शमी! टीम इंडिया के बैटिंग कोच ने दी जानकारी, बोले- उसकी फिटनेस...

सूर्या और गंभीर की वजह से नहीं खेल रहे मोहम्मद शमी! टीम इंडिया के बैटिंग कोच ने दी जानकारी, बोले- उसकी फिटनेस...
प्रैक्टिस सेशन के दौरान गेंदबाजी करते मोहम्‍मद शमी

Highlights:

मोहम्मद शमी भारत के लिए आखिरी बार वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में खेले थे.

मोहम्मद शमी ने फरवरी 2024 में सर्जरी कराई थी.

मोहम्मद शमी भारत की चैंपियंस ट्रॉफी स्क्वॉड का भी हिस्सा हैं.

तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा हैं. लेकिन उन्हें पहले दो मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला. इसके बाद सवाल उठे कि क्या यहा पेसर अभी तक पूरी तरह फिट नहीं हैं. अब टीम इंडिया के नवनियुक्त बैटिंग कोच सितांशु कोटक का इस बारे में बयान आया है. उनका कहना है मोहम्मद शमी को बाकी के मैचों में खिलाने का फैसला कप्तान सूर्यकुमार यादव और कोच गौतम गंभीर को करना है. शमी भारत के लिए आखिरी बार वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में खेले थे. चोट की वजह से वह खेल से दूर हो गए थे. लेकिन सर्जरी और लंबे रिहैब के बाद अब वे फिर से खेल के मैदान में लौट आए. वे टी20 सीरीज के साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज और बाद में चैंपियंस ट्रॉफी की टीम इंडिया का हिस्सा हैं. 

34 साल के मोहम्मद शमी की फिटनेस को लेकर कोटक ने कहा कि चिंता की बात नहीं है. उन्होंने कहा, 'हां, शमी फिट है लेकिन उनके खेलने या नहीं खेलने को लेकर मैं जवाब नहीं दे सकता हूं.' कोटक ने बताया कि चैंपियंस ट्रॉफी जैसे इवेंट से पहले शमी के वर्कलोड का ध्यान रखना सूर्या और गंभीर का काम है. उन्होंने कहा, 'निश्चित रूप से आने वाले मैचों और वनडे को लेकर उसके बारे में प्लान किया गया है लेकिन कोच गौतम और निश्चित रूप से सूर्या को फैसला करना होगा. और फिटनेस की बात है तो निश्चित रूप से कोई दिक्कत नहीं है बाकी देखना होगा कि वे किस तरह से उसका काम बढ़ाते हैं.'

मोहम्मद शमी का चोट के साथ सफर

 

शमी ने चोटिल होने के बाद फरवरी 2024 में सर्जरी कराई थी. इसके बाद नवंबर में रणजी ट्रॉफी के जरिए वे फिर से खेल के मैदान पर लौटे थे. उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौर पर टीम इंडिया में शामिल करने की मांग उठी थी लेकिन पूरी तरह से फिट नहीं होने के चलते ऐसा नहीं किया गया. उन्हें घुटने में सूजन का सामना करना पड़ा था. हालांकि वे बंगाल के लिए लगातार घरेलू क्रिकेट खेलते रहे. इस दौरान रणजी ट्रॉफी के बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में खेले थे.