ODI WC 2023: भारतीय टीम के नेट गेंदबाज रह चुके हैं हारिस रऊफ, विराट कोहली को फेंक चुके हैं गेंद, बैटिंग देख रह गए थे दंग

ODI WC 2023: भारतीय टीम के नेट गेंदबाज रह चुके हैं हारिस रऊफ, विराट कोहली को फेंक चुके हैं गेंद, बैटिंग देख रह गए थे दंग
रऊफ की रफ्तार का सच

Highlights:

हारिस रऊफ टीम इंडिया के नेट गेंदबाज रह चुके हैंवो विराट कोहली को गेंदबाजी भी कर चुके हैंरऊफ इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की टीम में शामिल हैं

वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भारतीय फैंस को जिस एक मुकाबले का बेसब्री से इंतजार है वो भारत और पाकिस्तान का है. दोनों टीमों के बीच 14 अक्टूबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ये मुकाबला खेला जाएगा. टी20 वर्ल्ड कप, एशिया कप के बाद दोनों देशों के फैंस को हमेशा दो चीजें ही याद आती हैं. एक शाहीन अफरीदी की धांसू गेंदबाजी और दूसरा विराट का हारिस रऊफ की गेंद पर छक्का. हारिस रऊफ वो गेंदबाज हैं जो अपनी रफ्तार और मैच पलटने के लिए जाने जाते हैं. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि हारिस रऊफ कभी टीम इंडिया के नेट गेंदबाज हुआ करते थे और उन्होंने विराट कोहली को गेंदबाजी भी करवाई है.

 

विराट को नेट्स में करवाई गेंदबाजी


साल 2018-19 में जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी तब रऊफ को विराट कोहली को गेंद फेंकने का सुनहरा मौका मिला था. उस दौरान विराट टॉप पर थे. रऊफ फिलहाल लिमिटेड ओवर क्रिकेट में पाकिस्तान के सबसे अहम गेंदबाज हैं. ऐसे में ईएसपीएनक्रिकइंफो की डॉक्यूमेंट्री में बात करते हुए रऊफ ने कहा कि, नेट्स में जब मैं कोहली को गेंद फेंक रहा था तब कई बार मेरी गेंद उनके ग्लव्स को जाकर लगती थी. लेकिन वो ऐसा खिलाड़ी है जो बार बार वही शॉट मारने की कोशिश कर रहा था. उस दौरान मुझे लगा कि मैं नेट्स में नहीं बल्कि मैच में विराट का सामना कर रहा हूं. उसका जिस तरह कंट्रोल था उसे देख मुझे पता चल गया कि विराट को दुनियाभर में क्यों इतना पसंद किया जाता है.

 

डेल स्टेन को मानते हैं आइडल


29 साल के रऊफ ने ये भी बताया कि, उनके आइडल साउथ अफ्रीका के पूर्व स्टार पेसर डेल स्टेन हैं. मैं डेल स्टेन को देखा करता था. मुझे उनका आक्रामक होकर गेंदबाजी करना हमेशा से ही पसंद आता था. और इसलिए मेरे लिए वो आइडल हैं. अगर आप तेज गेंदबाज हो और आपके भीतर जोश या आक्रामकता नहीं है तो आप फिर तेज गेंदबाजी नहीं कर पाओगे.

 

बता दें कि रऊफ अपने भाईयों में सबसे बड़े थे. उनके पिता उन्हें क्रिकेट खेलने से रोका करते थे. लेकिन रऊफ इसके बावजूद स्कूल के कपड़े पहनकर दोस्त के घर जाकर कपड़े बदलकर टेप बॉल क्रिकेट खेला करते थे. रऊफ टेप बॉल के पाकिस्तान में बेहद बड़े खिलाड़ी थे और उन्हें हर टीम अपने साथ खिलाना चाहती थी. रऊफ को लेने गाड़ी आती थी और वो टेप बॉल से महीने के 1.5 से 2 लाख रुपए तक कमाया करते थे. लेकिन एक ट्रायल में तेज रफ्तार से फेंकी गई गेंद ने उनकी किस्मत पलट दी और उसके बाद इस गेंदबाज ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

 

इसके बाद रऊफ ने पीएसएल में लाहौर कलंदर्स के लिए खेला, खूब मेहनत की और टीम को चैंपियन बनाया. फिर रऊफ बिश बैश लीग में मेलबर्न स्टार्स में शामिल हुए और अपनी गेंद से सभी बल्लेबाजों को चौंका दिया. रऊफ को फिर तुरंत ही बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में पाकिस्तान टीम में चुन लिया गया.
 

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