ऑस्ट्रेलिया को रिकॉर्ड छठा विश्व कप दिलाने में मार्नस लाबुशेन ने अहम भूमिका निभाई. उन्होंने वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में 58 रन की नाबाद पारी खेली. लाबुशेन और ट्रेविस हेड के बीच 192 रन की साझेदारी हुई जिससे ऑस्ट्रेलिया ने छह विकेट से जीत हासिल की. इसके साथ ही छठी बार ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड चैंपियन बना. लेकिन मार्नस लाबुशेन को भरोसा नहीं था कि उन्हें खेलने का मौका मिलेगा. उन्हें लग रहा था कि अहमदाबाद की कंडीशन के चलते शायद उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह न मिले. हालांकि वह चमत्कार पर भरोसा करते हैं और इसी वजह से उम्मीद नहीं छोड़ी थी.
29 साल के लाबुशेन को ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप की शुरुआती 18 सदस्यीय टीम में जगह नहीं दी गई थी. एस्टन एगर के चोटिल होने के कारण उन्हें आखिरी समय में टीम में शामिल किया गया. फाइनल जीतने के बाद उन्होंने बताया, ‘मेरे लिए चमत्कारों पर विश्वास नहीं करना कठिन है और कोई ऐसी शक्ति है जो आपके लिए रास्ता खोलती है.’ लाबुशेन ने विश्व कप में 10 पारियों में 40.22 की औसत से 362 रन बनाए जिसमें तीन अर्धशतक शामिल रहे.
फाइनल की प्लेइंग इलेवन में शामिल होने का नहीं था भरोसा
स्मिथ की चोट ने दिलाई एंट्री
स्टीव स्मिथ के चोटिल होने होने के कारण लाबुशेन को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप से पहले खेली गई पांच मैचों की वनडे सीरीज के लिए आखिरी क्षणों में टीम में शामिल किया गया लेकिन उन्हें पहले मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली. उन्होंने कहा, ‘मुझे पांच बार अनौपचारिक तौर पर बाहर किया गया लेकिन मैं हर मैच में खेला. मैं दक्षिण अफ्रीका जाने वाली टीम में शामिल नहीं था लेकिन मुझे मौका मिला और मैंने कुछ रन बनाकर अपना दावा पेश किया. इसके बाद मैं लगातार 19 मैच खेल चुका हूं. मुझे नहीं पता कैसे मैं ऊपरवाले का शुक्रिया कहूं.’
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