आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) इतिहास में 5 बार की वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया (Australia vs South Africa) की शुरुआत अभी तक किसी बुरे सपने की तरह रही है. पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग भारत के सामने जहां 199 रनों पर सिमट गई थी. वहीं साउथ अफ्रीका के सामने 312 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग फिर से फ्लॉप रही और उनकी पूरी टीम 177 रनों पर ऑलआउट हो गई. जिससे ऑस्ट्रेलिया को भारत और उसके बाद साउथ अफ्रीका के सामने वर्ल्ड कप इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी 134 रनों की बुरी हार का सामना करना पड़ा. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड कप में 118 रन से भारत ने 1983 वर्ल्ड कप में हराया था. हालांकि साउथ अफ्रीका ने पहले मैच में श्रीलंका और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया को हराकर जीत का अभियान जारी रखा है. साउथ अफ्रीका के लिए क्विंटन डी कॉक (109 रन) ने लगातार दूसरे मैच में दूसरे शतक से इतिहास रचा. वहीं कगिसो रबाडा के आगे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने घुटने टेके और उन्होंने सबसे अधिक तीन विकेट चटकाए.
70 रन पर ऑस्ट्रेलिया के गिरे 6 विकेट
312 रनों के विशाल स्कोर का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत सही नहीं रही और महज 70 रन के स्कोर तक उसके 6 बल्लेबाज पवेलियन चले गए. जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम जीत से काफी दूर जाती नजर आई और साउथ अफ्रीका के लिए तब तक तीन विकेट कगिसो रबाडा ने चटका डाले थे. ऑस्ट्रेलिया के लिए डेविड वॉर्नर (13 रन), मिचेल मार्श (7 रन), स्टीव स्मिथ (19 रन), जोश इंग्लिस (5 रन), ग्लेन मैक्सवेल (3 रन) और मार्कस स्टोइनिस (5 रन) कुछ ख़ास नहीं कर सके.
177 पर सिमटी ऑस्ट्रेलिया
70 पर 6 विकेट गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए स्टार्क और मार्नस लाबुशेन के बीच 7वें विकेट के लिए 69 रनों की साझेदारी हुई. तभी स्टार्क 51 गेंदों में 3 चौके से 27 रन बनाकर चलते बने, जबकि इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की अंतिम उम्मीद मार्नस लाबुशेन भी 74 गेंदों में 3 चौके से 46 रन बनाकर आउट हो गए. इस तरह ऑस्ट्रेलियाई टीम बैटिंग में कुछ ख़ास नहीं कर सकी और 40.5 ओवरों में 177 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. उसके लिए एडम जम्पा 11 रन बनाकर नाबाद रहे. वहीं साउथ अफ्रीका के लिए सबसे अधिक तीन विकेट कगिसो रबाडा और दो-दो विकेट मार्को यानसेन, केशव महाराज और तबरेज शम्सी ने लिए.
क्विंटन डी कॉक ने शतक से रचा इतिहास
लखनऊ के मैदान में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. लेकिन इसका पूरा फायदा साउथ अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने उठाया. साउथ अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा जहां ओपनिंग में आकर 55 गेंदों में दो चौके से 35 रन बनाकर चलते बने. वहीं डी कॉक ने वर्ल्ड कप के दूसरे मैच में लगातार दूसरा शतक ठोक डाला. जिससे साउथ अफ्रीका के लिए वर्ल्ड कप के लगातार दो मैचों में दो शतक जड़ने वाले डी कॉक अब एबी डिविलियर्स के बाद दूसरे साउथ अफ्रीकी बैटर बन गए. हालांकि शतक पूरा करने के बाद डी कॉक ज्यादादेर नहीं टिक सके और 106 गेंदों में 8 चौके व 5 छक्के से 109 रन बनाकर चलते बने. जिससे साउथ अफ्रीका को 197 के स्कोर पर तीसरा झटका लगा. इसके बाद लग रहा था कि साउथ अफ्रीका की टीम 350 या उससे अधिक का स्कोर बनाएगी. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने अंत में दमदार वापसी की.
311 रन ही बना सकी साउथ अफ्रीका
पारी के 35वें ओवर में डी कॉक के जाने के बाद एडन मार्करम ने 44 गेंदों में तेजी से 7 चौके और एक छक्के से 56 रन बनाए. जबकि मार्करम के अलावा हेनरिक क्लासेन ने भी 27 गेंदों में तीन चौके से 29 रनों की पारी खेली. अंत में मार्को यानसेन ने भी 22 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के से 26 रन बनाए. जिससे साउथ अफ्रीका की टीम ने 50 ओवरों में 7 विकेट पर 311 रनों का स्कोर बनाया. ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे अधिक दो-दो विकेट मिचेल स्टार्क और ग्लेन मैक्सवेल ने चटकाए. इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया ने लचर फील्डिंग का नजारा पेश किया और कुल 5 कैच भी टपकाए. जिससे उन्हें सोशल मीडिया में काफी ट्रोल भी होना पड़ा.
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