साउथ अफ्रीका ने महिला टी20 वर्ल्ड कप 2023 (Women's T20 World Cup 2023) फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचा. उसने इंग्लैंड को छह रन के करीबी अंतर से पीटा और पहली दफा वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले में जगह बनाई. साउथ अफ्रीका की जीत में तजमीन ब्रिट्स (Tazmin Brits) की कारगर भूमिका रही. उन्होंने 55 गेंद में छह चौकों और दो छक्कों से 68 रन की आतिशी पारी खेली. फिर फील्डिंग में जलवा बिखेरा और चार कैच पकड़े. चारों कैच इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों के थे. इन कैच के चलते इंग्लैंड के हाथ से दबदबा बनाने का मौका हाथ से निकल गया और साउथ अफ्रीका ने शिकंजा कसा.
तजमीन ब्रिट्स को उनके खेल के लिए प्लेयर ऑफ दी मैच चुना गया. लेकिन यह खिलाड़ी क्रिकेट में एक्सीडेंटली आईं. वह तो जैवलिन थ्रो यानी भाला फेंक की चैंपियन खिलाड़ी थीं और ओलिंपिक में साउथ अफ्रीका के लिए मेडल जीतने की सबसे बड़ी उम्मीदों में एक थीं. फिर ऐसा क्या हुआ जिससे तजमीन ब्रिट्स क्रिकेट में आ गई और उन्हें बल्ला उठा लिया?
जैवलिन थ्रो की जूनियर वर्ल्ड चैंपियन
तजमीन शुरू से ही एथलेटिक्स से जुड़ी रहीं. उन्होंने 2007 में जैवलिन थ्रो में वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता. चार साल बाद उन्होंने लंदन ओलिंपिक का टिकट कटाया. वह साउथ अफ्रीका की पदक की सबसे बड़ी उम्मीदों में से थीं. यहां सब कुछ सही चल रहा था. लेकिन कहानी में ट्रेजेडी की एंट्री होती है और साल 2011 में तजमीन एक कार हादसे में बुरी तरह जख्मी हो गई. यह हादसा पॉचेफ्स्ट्रूम में हुआ यहां वह लंदन ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने का जश्न मना रही थी.
टूटा ओलिंपिक का सपना, खुदकुशी का ख्याल
तजमीन के शरीर के निचले हिस्से में गंभीर चोटें आईं और फ्रेक्चर हुआ. साथ ही ब्लेडर पंक्चर हो गया. उनकी कई बार सर्जरी हुई. वह हादसे की वजह से तीन महीने तक अस्पताल के बिस्तर पर रहीं. इससे उनका लंदन ओलिंपिक 2012 में शामिल होने का सपना टूट गया. तजमीन को लगता था कि वह कभी खेलना तो दूर चल-फिर भी नहीं पाएंगी. इस हादसे ने उन्हें तंगहाली की तरफ धकेल दिया. परेशान होकर उन्होंने कई बार खुदखुशी करने की कोशिश की.
निराशा के इस दौर से निकलने में क्रिकेट उनका सहारा बना. उन्होंने 2018 में इंटरनेशनल डेब्यू किया लेकिन वह 2020 टी20 वर्ल्ड कप नहीं खेल सकीं. 2023 में घरेलू जमीन पर हो रहे टूर्नामेंट में वे टीम में शामिल की गईं. इसमें शुरुआती दो मैच में 12 और एक रन ही उनके बल्ले से आए. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 45 और बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 50 रन उन्होंने बनाए. साउथ अफ्रीका ने नेट रनरेट के आधार पर सेमीफाइनल में दाखिल लिया.
इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान उन्होंने गजब की फुर्ती फील्डिंग के दौरान दिखाई और एलिस कैप्सी को आउट करने के लिए हवा में गोता लगाकर कैच लपका. इस दौरान उन्हें लगा कि उनकी नस खिंच गई है. तजमीन ने बताया, जब मैंने डाइव लगाई तो लगा कि नस खिंच गई है. लेकिन उन्होंने (फिजियो) इसे सही कर दिया. तजमीन ने राहत की सांस ली. वह चोट के चलते अब खेल के मैदान से दूर नहीं होना चाहती. उनकी नज़रें फाइनल पर जहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह जीत के लिए पूरा जोर लगाना चाहेंगी.
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